10 सालों में तेजी से मालामाल हुए राहुल, सोनिया और मुलायम: एडीआर रिपोर्ट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 2, 2019 11:14 IST2019-03-02T09:57:10+5:302019-03-02T11:14:01+5:30
2004 में राहुल की संपत्ति 55.38 लाख रुपये थी जोकि 2014 में 16 गुना बढ़कर 9.40 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई। इस अवधि में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की संपत्ति 13 गुना बढ़ी और सोनिया गांधी की संपत्ति में 10 गुना की बढ़ोतरी हुई।

राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मुलायम सिंह यादव की फाइल फोटो।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और समाजवादी पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव उन नेताओं की फेहरिस्त में शामिल हैं जिनकी संपत्ति में तेजी से इजाफा हुआ है। असोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक 10 वर्षों में इन नेताओं की संपत्ति में 10 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है। एडीआर के संस्थापक सदस्य त्रिलोचन शास्त्री और यूपी इलेक्शन वॉच के संयोजक संजय सिंह ने शुक्रवार (1 मार्च) को एक प्रेस वार्ता में सियासतदानों को लेकर कई आंकड़े पेश किए।
प्रेस कॉन्फ्रेस में बताया गया कि 2004 में राहुल की संपत्ति 55.38 लाख रुपये थी जोकि 2014 में 16 गुना बढ़कर 9.40 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई। इस अवधि में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की संपत्ति 13 गुना बढ़ी और सोनिया गांधी की संपत्ति में 10 गुना की बढ़ोतरी हुई। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की संपत्ति में भी पांच गुना इजाफा हुआ। दावा किया गया कि 2004 से अब तक 235 सांसदों की औसत संपत्ति 6.08 करोड़ रुपये हो गई।
दागियों की भरमार
इसके अलावा दागी और आरोपी नेताओं के आंकड़े पेश किए गए। 2004 से 2017 के बीच संपन्न हुए लोकसभा और विधानसभा के चुनावों में उतरे 19,971 उम्मीदवारों और 1,443 सांसदों और विधायकों की पृष्ठभूमि बताई गई। एडीआर के मुताबिक सपा के 42 फीसदी, बीजेपी के 37 फीसदी, बसपा के 34 फीसदी, कांग्रेस के 35 फीसदी और आरएलडी के 21 फीसदी चुने गए नेताओं के खिलाफ आपराधिक मुकदमे हो चुके हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक 2004 से अब तक लोकसभा चुनाव लड़ने वाले 3,303 उम्मीदवारों में से 16 फीसदी के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 12 फीसदी के नाम गंभीर अपराधों में हैं। बीजेपी और सपा को पीछे छोड़ते हुए समाजवादी पार्टी में सबसे ज्यादा उम्मीदवारों के नाम आपराधिक मामलों में हैं। अखिलेश खेमे में सबसे ज्यादा 44 फीसदी यानी 212 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। बसपा के 38 फीसदी और बीजेपी के 30 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें सपा, बसपा और बीजेपी के क्रमश: 34, 28 और 23 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
चुने गए सांसदों में से बीजेपी और बसपा के 38 फीसदी लोग आपराधिक मामलों का सामना कप रहे हैं। जबकि समाजवादी पार्टी के 33 फीसदी सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, इस फेहरिस्त में इस अवधि के दौरान कांग्रेस के 28 फीसदी सांसदों के नाम पर आपधारिक मामले दर्ज हैं।
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक कुल 3,303 उम्मीदवारों में से 725 करोड़पति हैं। उनमें से चुने गए लोगों में 62 फीसदी करोड़पति हैं। 3,303 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2 करोड़ रुपये है।