कुरुक्षेत्रः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कुरुक्षेत्र में चल रही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक संवाददाता सम्मेलन में महाभारत के कौरव और पांडवों की बात की। और इसे मौजूदा सरकार और विपक्ष से जोड़कर देखा। गौरतलब है कि कुरुक्षेत्र वह स्थान है जहां महाभारत हुआ था। राहुल गांधी ने यहां कहा कि पांडव 'सभी धर्मों' के समर्थक थे और वे 'तपस्वी' थे। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि पांडवों ने नोटबंदी और जीएसटी लागू नहीं किया क्योंकि वे तपस्वी थे। लोगों ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि क्या उस वक्त सभी धर्म कौन से थे।
राहुल गांधी ने कहा- “एक ओर ये पाँच तपस्वी थे और दूसरी ओर एक भीड़-भाड़ वाला संगठन था। पांडवों के साथ सभी धर्मों के लोग थे। इस (भारत जोड़ो) यात्रा की तरह। कोई किसी से नहीं पूछता कि वह कहां से आता है। यह प्यार की दुकान है। पांडव भी अन्याय के खिलाफ खड़े हुए थे। उन्होंने भी नफरत के बाजार में प्रेम की दुकान खोली थी।''
गांधी ने आगे दावा किया कि पांडवों ने नोटबंदी और जीएसटी लागू नहीं किया क्योंकि वे तपस्वी थे। बकौल राहुल गांधी- “क्या पांडवों ने नोटबंदी की, गलत जीएसटी लागू किया? क्या उन्होंने कभी ऐसा किया होगा? कभी नहीं। क्यों? क्योंकि वे तपस्वी थे और वे जानते थे कि नोटबंदी, गलत जीएसटी, कृषि कानून तपस्वियों से इस जमीन की चोरी करने का एक तरीका है…। (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी ने इन फैसलों पर दस्तखत जरूर किए, लेकिन इसके पीछे भारत के 2-3 अरबपतियों की ताकत थी, आप माने या न माने।
वीडियो में लगभग 4:20 मिनट पर गांधी जनता से पूछते हैं कि क्या पांडवों ने नोटबंदी की थी और जीएसटी लागू किया था। उन्होंने कहा कि 2-3 कारोबारी भारत में नोटबंदी और जीएसटी लेकर आए। यह पीएम मोदी नहीं थे जिन्होंने नोटबंदी और जीएसटी पर हस्ताक्षर किए, बल्कि 2-3 व्यवसायियों ने हस्ताक्षर किए। आप माने या न माने।
राहुल गांधी ने आगे 'जय सिया राम' के नारे का इस्तेमाल करते हुए केंद्र और आरएसएस के खिलाफ अपना हमला जारी रखा और दावा किया कि वे 'हर हर महादेव' का जाप नहीं करते हैं। बकौल राहुल गांधी- "आरएसएस के लोग कभी भी 'हर हर महादेव' का जाप नहीं करते क्योंकि भगवान शिव 'तपस्वी' थे और ये लोग भारत की 'तपस्या' पर हमला कर रहे हैं।"
कांग्रेस नेता ने कहा, लोग यह नहीं समझते, लेकिन जो लड़ाई उस समय थी, वही आज है। यह लड़ाई किसके बीच है? पांडव कौन थे? अर्जुन, भीम... वे तपस्या करते थे।' उन्होंने पूछा कि क्या उन्होंने पांडवों द्वारा इस भूमि पर नफरत फैलाने और एक निर्दोष व्यक्ति के खिलाफ कोई अपराध करने के बारे में सुना है।
राहुल गांधी ने आगे आरएसएस को कौरव की संज्ञा दी। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि “कौरव कौन थे? मैं आपको सबसे पहले 21वीं सदी के कौरवों के बारे में बताऊंगा, वे खाकी हाफ पैंट पहनते हैं, हाथ में लाठी लिए और शाखा रखते हैं...। भारत के 2-3 अरबपति कौरवों के साथ खड़े हैं।''