NEET Controversy: देश में इस समय नीट यूजी और यूजीसी नेट 2024 परीक्षाओं में धांधली का मुद्दा गरमाया हुआ है। इस मुद्दे को उछालते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को घेरते हुए करारा तंज कसा है। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की कामियां गिनाते हुए कहा, "पेपर लीक के पीछे का कारण यह है कि शिक्षा प्रणाली पर भाजपा के मूल संगठन ने कब्जा कर लिया है। जब तक इसे उलटा नहीं किया जाता, पेपर लीक होते रहेंगे।" कांग्रेस नेता ने कहा, "मोदी जी ने इस कब्जे में मदद की है, यह एक राष्ट्र-विरोधी गतिविधि है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, "कहा जा रहा था कि मोदी जी ने रूस-यूक्रेन युद्ध रोक दिया। लेकिन कुछ कारणों से नरेंद्र मोदी इसे रोक नहीं पाए हैं या रोकना नहीं चाहते हैं। भारत में पेपर लीक बंद करो।"
राहुल गांधी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए केंद्र सरकार को निशाने पर लिया। कांग्रेस नेता ने पत्रकारों के जवाब देते हुए नीट और नेट के एग्जाम को लेकर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, "...यह एक राष्ट्रीय संकट है, यह एक आर्थिक संकट है, यह एक शैक्षणिक संकट है, संस्थागत संकट है। लेकिन मुझे कोई प्रतिक्रिया नहीं दिख रही है। ..बिहार के संबंध में हमने कहा है कि जांच होनी चाहिए और जिन्होंने पेपर लीक किया है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।''
पीएम का मुख्य एजेंडा स्पीकर का चुनाव है- राहुल गांधी
एनईईटी मुद्दे और यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द होने पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, ''पीएम की चुप्पी इसलिए है क्योंकि सरकार अपंग हैं। फिलहाल, पीएम का मुख्य एजेंडा स्पीकर का चुनाव है। वह परेशान हैं अपनी सरकार और अध्यक्ष के बारे में...प्रधानमंत्री मनोवैज्ञानिक रूप से ढह गए हैं और उन्हें इस तरह की सरकार चलाने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।"
उन्होंने कहा, "मोदी का सरकार चलाने का विचार लोगों में डर पैदा करना है इस चुनाव में मोदी का सफाया हो गया है। अगर वाजपेयी जी या मनमोहन सिंह जी होते तो शायद वे बच पाते क्योंकि उनमें विनम्रता, सम्मान और मेल-मिलाप था। लेकिन नरेंद्र मोदी इन सब में विश्वास नहीं करते।''