पूरे देश ने देखा अमित शाह मानसिक रूप से बहुत दबाव में हैं, राहुल गांधी ने कहा- संसद में बहुत ‘नर्वस’ नजर आए और बहस की चुनौती पर कोई जवाब नहीं दिया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 11, 2025 14:21 IST2025-12-11T14:20:40+5:302025-12-11T14:21:40+5:30
राहुल गांधी ने पिछले कुछ महीनों में तीन अलग-अलग संवाददाता सम्मेलनों के जरिये यह दावा किया था कि कर्नाटक, महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनावों में ‘वोट चोरी’ की गई है।

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नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि लोकसभा में बुधवार को अपनी बात रखते हुए गृह मंत्री अमित शाह बहुत ‘नर्वस’ नजर आए तथा उन्होंने बहस की चुनौती पर कोई जवाब नहीं दिया। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह पूरे देश ने देखा कि अमित शाह मानसिक रूप से बहुत दबाव में हैं। राहुल गांधी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘अमित शाह जी कल संसद में बड़े नर्वस थे। उनके हाथ कांप रहे थे, उन्होंने गलत भाषा का इस्तेमाल किया। अमित शाह जी मानसिक रूप से बहुत दबाव में हैं, जो कल पूरे देश ने देखा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 'वोट चोरी' से जुड़ी जो बातें कहीं, उसका गृह मंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया। मैंने अमित शाह जी को मेरे संवाददाता सम्मेलनों पर बहस करने के लिए सीधी चुनौती दी, जिसका भी कोई जवाब नहीं आया।’’ राहुल गांधी का कहना था कि सभी जानते हैं कि सच क्या है।
कांग्रेस नेता ने बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह को चुनौती दी थी कि वह ‘वोट चोरी’ से संबंधित उनके तीन संवाददाता सम्मेलनों को लेकर उनसे बहस कर लें। दरअसल निचले सदन में, चुनाव सुधारों पर चर्चा में भाग लेते हुए गृह मंत्री ने राहुल गांधी के हालिया तीन संवाददाता सम्मेलनों का उल्लेख करते हुए उनके तथ्यों को असत्य करार दिया जिनमें नेता प्रतिपक्ष ने निर्वाचन आयोग पर आरोप लगाये थे।
इस पर राहुल गांधी ने कहा, ‘‘अमित शाह जी, मैं आपको चुनौती देता हूं कि मेरे तीनों संवाददाता सम्मेलनों पर बहस कर लेते हैं।’’ इस दौरान अमित शाह ने थोड़े तीखे लहजे में कहा, ‘‘मैं 30 साल से विधानसभा और संसद में हूं। संसदीय प्रणाली का लंबा अनुभव है। वह कह रहे हैं कि पहले उनकी बात का जवाब दें।
आपकी मुंसिफी से संसद नहीं चलेगी। मेरे बोलने का क्रम मैं तय करुंगा। उन्हें धैर्य होना चाहिए। मेरे भाषण का क्रम वो तय नहीं कर सकते।’’ राहुल गांधी ने पिछले कुछ महीनों में तीन अलग-अलग संवाददाता सम्मेलनों के जरिये यह दावा किया था कि कर्नाटक, महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनावों में ‘वोट चोरी’ की गई है।