सुप्रीम कोर्ट के राजद्रोह कानून पर सामने आया राहुल गांधी का बयान, कहा- सच बोलना देशद्रोह नहीं
By मनाली रस्तोगी | Published: May 11, 2022 04:49 PM2022-05-11T16:49:24+5:302022-05-11T16:50:45+5:30
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को 152 साल पुराने औपनिवेशिक युग के राजद्रोह कानून को रोकने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि सच बोलना देशभक्ति है, देशद्रोह नहीं।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को 152 साल पुराने औपनिवेशिक युग के राजद्रोह कानून को रोकने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। इस मामले पर ट्वीट करते हुए गांधी ने कहा कि सच बोलना देशभक्ति है, देशद्रोह नहीं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, "सच बोलना देशभक्ति है, देशद्रोह नहीं। सत्य सुनना मनुष्य का कर्तव्य है। सत्य को कुचलना अहंकार है। डरो मत।"
सच बोलना देशभक्ति है, देशद्रोह नहीं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 11, 2022
सच कहना देश प्रेम है, देशद्रोह नहीं।
सच सुनना राजधर्म है,
सच कुचलना राजहठ है।
डरो मत! pic.twitter.com/AvbWVxKh6p
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने राजद्रोह के मामलों में सभी कार्यवाहियों पर बुधवार को रोक लगा दी। प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण, न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने कहा कि राजद्रोह के आरोप से संबंधित सभी लंबित मामले, अपील और कार्यवाही को स्थगित रखा जाना चाहिए। पीठ ने कहा कि नागरिक स्वतंत्रताओं के हित और नागरिकों के हितों का राज्य के हितों के साथ संतुलन जरूरी है।
पीठ ने केंद्र और राज्यों को निर्देश दिया कि जब तक सरकार औपनिवेशिक युग के कानून पर फिर से गौर नहीं कर लेती, तब तक राजद्रोह के आरोप में कोई नई प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाए। शीर्ष अदालत ने मामले में सुनवाई जुलाई के तीसरे सप्ताह में करने के लिए इसे सूचीबद्ध किया है और कहा कि अगले आदेश तक उसके निर्देश जारी रहेंगे।