नई दिल्लीः कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा कि दो हिन्दुस्तान बन गए हैं, एक अमीर के लिए और दूसरा गरीब के लिए तथा दोनों के बीच खाई बढ़ती जा रही है। असंगठित क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ लागू हो ही नहीं सकता है, इस क्षेत्र को बर्बाद कर दिया गया है।
लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला किया। यूपीए सरकार ने 10 साल में 27 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला। यह हमारा डेटा नहीं है, यह तथ्यात्मक डेटा है। आपने 23 करोड़ लोगों को वापस गरीबी में धकेल दिया है।
लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा कि आप मेड इन इंडिया की बात करते हैं। लेकिन आज मेड इन इंडिया नहीं बन सकता। मामला इसलिए खत्म हो गया है कि मेड इन इंडिया में शामिल लोग कौन हैं? लघु और मध्यम उद्योग, असंगठित क्षेत्र - जिसे आपने समाप्त कर दिया है। मेड इन इंडिया नहीं होने वाला है।
राहुल गांधी ने लोकसभा में दावा किया कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में बेरोजगारी का उल्लेख नहीं था। अभिभाषण में नौकरशाही के विचारों को तवज्जो दी गई और इसमें सामरिक दृष्टि का अभाव था। संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में दिये गये राष्ट्रपति के अभिभाषण में देश के समक्ष पेश आ रहीं प्रमुख चुनौतियों की ओर ध्यान नहीं दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘अभिभाषण में कई रणनीतिक मुद्दों को नहीं छुआ गया है। कई प्रमुख चुनौतियों का उल्लेख नहीं हुआ। तीन बुनियादी विषयों पर इसमें बात नहीं हुई। सबसे महत्वपूर्ण है कि अब दो भारत हैं। एक अमीरों का हिंदुस्तान है, दूसरा हिंदुस्तान गरीबों के लिए है। इनमें खाई बढ़ती जा रही है।’
राहुल ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को सुझाव देता हूं कि दो हिन्दुस्तान को साथ लाने की दिशा में काम करें जिन्हें उनकी सरकार ने सृजित किया है।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘अभिभाषण में बेरोजगारी के बारे में एक शब्द नहीं है। आज देश का युवा रोजगार ढूंढ़ रहा है। यह सरकार रोजगार नहीं दे पा रही है।’’
राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘पिछले साल तीन करोड़ युवाओं को रोजगार गंवाने पड़े। बीते 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी देश में आज है...इस सरकार ने असंगठित क्षेत्र और छोटे कारोबारों पर आक्रमण किया। नोटबंदी और गलत तरीके से जीएसटी लागू करके आक्रमण किया गया।’’ उन्होंने दावा किया कि असंगठित क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ लागू हो ही नहीं सकता है, इस क्षेत्र को बर्बाद कर दिया गया है।