कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आज उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिल सकते हैं। करीब 15 दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच जूझने के बाद पीड़िता ने मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था। उसके बाद जिस तरह आधी रात को उसका अंतिम संस्कार कराया गया, उसे लेकर भी विपक्ष यूपी सरकार पर हमलावर है।
राहुल और प्रियंका गांधी ने भी इस घटना के बाद योगी सरकार पर निशाना साधा है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने योगी आदित्यनाथ पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा है कि उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। मायावती ने ये भी कहा कि केंद्र को योगी आदित्यनाथ को उनकी जगह यानी गोरखनाथ मठ पहुंचा देना चाहिए।
राहुल और प्रियंका करेंगे हाथरस का दौरा, सुरक्षा सख्त
राहुल और प्रियंका के हाथरस जाने की खबरों के बीच यूपी प्रशासन चौकन्ना हो गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही हाथरस की सीमा भी सील कर दी गई है और धारा 144 लगा दी गई है।
प्रियंका ने इससे पहले कल भी पीड़िता के परिवार से फोन पर बात की थी। प्रियंका गांधी ने बुधवार को ट्वीट किया, हाथरस जैसी वीभत्स घटना बलरामपुर में घटी। लड़की का बलात्कार कर पैर और कमर तोड़ दी गई। आजमगढ़, बागपत, बुलंदशहर में बच्चियों से दरिंदगी हुई। यूपी में फैले जंगलराज की हद नहीं। मार्केटिंग, भाषणों से कानून व्यवस्था नहीं चलती। ये मुख्यमंत्री की जवाबदेही का वक्त है। जनता को जवाब चाहिए।'
'बॉर्डर सील, प्रियंका गांधी के आने की जानकारी नहीं'
वहीं, हाथरस के DM ने पी लश्कर ने बताया कि प्रियंका गांधी के दौरे की उन्हें कोई खबर नहीं है। उन्होंने कहा- 'हाथरस के बॉर्डर सील हैं। जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। ऐसे में 5 से अधिक लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है। हमें प्रियंका गांधी के दौरे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। SIT आज पीड़ित परिवार के सदस्यों से मुलाकात करेगी। वहां मीडिया को वहां आने की अनुमति नहीं होगी।
इस बीच मीडिया को भी पीड़िता के गांव से करीब 1.5 किलोमीटर बाहर रोक दिया गया है। हाथरस गैंगरेप मामले पर जिले के एसपी का कहना है कि अलीगढ़ अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट में चोटों का जिक्र है, लेकिन उसमें जबरन सेक्सुअल इंटरकोर्स की पुष्टि नहीं की गई है।
उन्होंने कहा, 'अभी फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है। फिलहाल डॉक्टर रेप की पुष्टि नहीं कर रहे हैं। वे इसके बारे में तभी राय दे पाएंगे जब उन्हें FSL रिपोर्ट मिल जाएगी।'