नई दिल्लीः संसद में दिल्ली हिंसा पर विपक्ष लगातार प्रदर्शन कर रहा है। विपक्ष की मांग है कि दिल्ली हिंसा पर संसद में चर्चा हो और देश के गृह मंत्री अमित शाह इसपर जवाब दें।
संसद परिसर में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेसी सांसद ने प्रदर्शन किया। कांग्रेस की मांग है कि लोकसभा से संस्पेंड किए गए 7 सांसदों का निलंबन वापस हो। अमित शाह संसद में आकर उत्तर दें।
लोकसभा में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमारे सभी सांसदों को कल पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था। हमें नहीं पता कि यह किस आधार पर किया गया? यह कोई मामूली बात नहीं है, हम केवल दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं।
राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य सांसदों ने संसद में महात्मा गांधी की मूर्ति के पास विरोध प्रदर्शन किया, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की। सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि हम 4 दिन से कह रहे हैं कि दिल्ली में जो दंगा हुआ उस पर कुछ जवाब दीजिए संसद को।जब हमारी पार्टी चाहती थी कि इतने महत्वपूर्ण विषय पर संसद में चर्चा हो तो 7सांसदों को निलंबित कर दिया।ये क्या इंसाफ है, हमारे लोकतंत्र को क्या करेंगे ये लोग?
कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आज़ाद और आनंद शर्मा ने राज्यसभा में 'दिल्ली में दंगा प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान करने और एक स्वतंत्र जांच आयोग स्थापित करने की आवश्यकता' को लेकर कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी और कोडिकुन्निल सुरेश ने दिल्ली हिंसा के मुद्दे को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
शुक्रवार को कांग्रेस के सांसदों ने दिल्ली हिंसा के मसले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की भी मांग की, साथ ही कांग्रेस के सांसदों पर लगे सस्पेंशन को वापस लेने की अपील की। इस दौरान कांग्रेस के सांसदों ने गांधी मूर्ति के बाहर नारेबाजी भी की, राहुल गांधी भी हाथ पर काली पट्टी बांधे हुए नारेबाजी करते दिखे।
लोकसभा के अपने सात सदस्यों के निलंबन के खिलाफ और दिल्ली हिंसा पर जल्द चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस के सांसदों ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में शुक्रवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया। संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने हुए इस विरोध प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस नेताओं ने अपनी बांह पर काली पट्टी बांध रखी थी। राहुल गांधी और कई अन्य सदस्य बाद में काली पट्टी बांधकर ही लोकसभा की कार्यवाही में शामिल हुए।
अपने सात सदस्यों के निलंबन का विरोध कर रहे कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि यह कदम सरकार ने विपक्ष को डराने के मकसद से उठाया है। निलंबित सदस्यों में से एक गौरव गोगोई ने कहा, ‘‘हम निलंबन से डरने वाले नहीं हैं। हम दिल्ली हिंसा पर चर्चा की मांग उठाते और सरकार से जवाब मांगते रहेंगे।’’ कांग्रेस सांसदों ने ‘गृह मंत्री इस्तीफा दो’ और ‘प्रधानमंत्री जवाब दो’ के नारे भी लगाए। इस प्रदर्शन में राहुल गांधी के साथ के. सुरेश, शशि थरूर, गौरव गोगोई और कांग्रेस के कई अन्य सांसद शामिल हुए।
गौरतलब है कि कांग्रेस के गौरव गोगोई, टी एन प्रतापन, डीन कुरियाकोस, राजमोहन उन्नीथन, बैनी बहनान, मणिकम टेगोर और गुरजीत सिंह औजला को बृहस्पतिवार को सदन का अनादर करने और ‘घोर कदाचार’ के मामले में मौजूदा संसद सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। पीठासीन सभापति मीनाक्षी लेखी ने कहा कि कांग्रेस सदस्यों द्वारा अध्यक्षीय पीठ से बलपूर्वक कागज छीने जाने और उछालने का ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण आचरण संसदीय इतिहास में संभवत: पहली बार हुआ है।