राहुल गांधी ने लंदन से फिर घेरा मोदी सरकार को, बोले- "हम कैंब्रिज या हार्वर्ड जैसी यूनिवर्सिटी में बोल सकते हैं, लेकिन भारत के किसी यूनिवर्सिटी में भाषण नहीं दे सकते हैं"

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 6, 2023 07:28 AM2023-03-06T07:28:11+5:302023-03-06T07:34:11+5:30

राहुल गांधी ने लंदन में 'भारत जोड़ो यात्रा' का जिक्र करते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और महंगाई, बेरोजगारी के साथ-साथ महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया।

Rahul Gandhi again surrounded the Modi government from London, said- "We can speak in universities like Cambridge or Harvard, but cannot give speech in any university of India" | राहुल गांधी ने लंदन से फिर घेरा मोदी सरकार को, बोले- "हम कैंब्रिज या हार्वर्ड जैसी यूनिवर्सिटी में बोल सकते हैं, लेकिन भारत के किसी यूनिवर्सिटी में भाषण नहीं दे सकते हैं"

फाइल फोटो

Highlightsराहुल गांधी लंदन में प्रवासी भारतीयों के साथ 'भारत जोड़ो यात्रा' पर की बातचीतराहुल गांधी ने कहा कि हम कैंब्रिज और हार्वर्ड में बोल सकते हैं लेकिन भारत की यूनिवर्सिटी में नहीं संसद में विपक्ष की आवाज को दबाया जाता है क्योंकि मौजूदा सरकार विपक्ष को सुनना नहीं चाहती है

लंदन: भारत में लंदन प्रवास के दौरान दिये जा रहे बयानों के कारण चर्चा या विवाद की केंद्र में बने हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर लंदन में प्रवासी भारतीयों के साथ बातचीत में 'भारत जोड़ो यात्रा' का जिक्र करते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और महंगाई, बेरोजगारी के साथ-साथ महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया है।

राहुल गांधी ने रविवार को प्रवासी भारतीयों के साथ बातचीत में कहा, "मुझे भारतीय राजनीति और वैश्विक राजनीति पर बात करने के लिए कैंब्रिज विश्वविद्यालय में बोलने की अनुमति दी गई। मैंने वहां कई मुद्दों पर खुलकर बात की क्योंकि वहां काफी अच्छा माहौल है। उस वक्त मैं सोच रहा था कि यह काफी अजीब है कि एक भारतीय नेता कैंब्रिज और हार्वर्ड जैसी यूनिवर्सिटी में भाषण दे सकता है, लेकिन वह भारत के किसी यूनिवर्सिटी में भाषण नहीं दे सकता है।"

इसके साथ ही राहुल गांधी  ने केंद्र पर जबरदस्त हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि भारत की मौजूदा सरकार विपक्ष को संसद में मुद्दे उठाने की इजाजत नहीं देती है। उन्होंने कहा, "विपक्ष की आवाज को संसद में दबाया जाता है क्योंकि हमारी सरकार विपक्ष के किसी भी विचार को न तो सुनना चाहती है और न ही विपक्ष की किसी भी प्रस्ताव पर चर्चा करने की अनुमति नहीं देती है। संसद भवन में ऐसा ही होता है कि हमें जब भी किसी महत्वपूर्ण मुद्दे मसलन नोटबंदी, जीएसटी या फिर चीन द्वारा हो रहे अतिक्रमण जैसे गंभीर मुद्दे पर हम बात करना चाहते हैं तो हमें उन मुद्दों को सदन में उठाने की अनुमति नहीं दी जाती है।"

उन्होंने कहा, "यह एक शर्मनाक सच्चाई है, लेकिन यह सच है। यह वह भारत नहीं है जिसके हम सभी आदी हैं। हमारा देश एक खुला देश है, जहां हम अपनी बौद्धिक कुशलता पर गर्व करते हैं। एक-दूसरे की राय का सम्मान करते हैं, एक-दूसरे की बात सुनते हैं।"

राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के मकसद पर बात करते हुए कहा कि इसका महज एकमात्र उद्देश्य था, जनता से सीधा संवाद और हम उसमें सफल रहे।

उन्होंने कहा, "जिस कारण से हमने भारत जोड़ो यात्रा शुरू की। पूरे भारत में चलने के लिए मजबूर हुए, दरअसल वो यात्रा इसलिए की गई क्योंकि देश की लोकतंत्र की रक्षा करने वाली सभी संस्थाएं, जो बोलने की आजादी देती हैं। उन पर भाजपा द्वारा कब्जा कर गया है। इसलिए हमने फैसला किया अपनी बात कहने के लिए सबसे अच्छा तरीका है कि सीधे भारत की जनता के पास जाना होगा।"

राहुल गाधी ने कहा, "भारत में कई महान लोगों ने पदयात्राएं कीं। सबसे प्रसिद्ध यात्रा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा की गई थी। विवेकानंद देश भर में चले। गुरु नानक भी देश भर में चले थे। भारत में ऐसे लोगों की लंबी सूची है, जिन्होंने यात्रा के इस विचार का उपयोग किया था और यह यात्रा वास्तव में मेरे लिए आत्मनिरीक्षण का अनुभव था, इसके जरिये मैंने लोगों को सुनने का प्रयास किया।"

भारत जोड़ो यात्रा के बारे में बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आज के वक्त में महंगाई, बेरोजगारी और महिलाओं के खिलाफ हिंसा देश में प्रमुख मुद्दे हैं। उन्होंने कहा, "मेरे लिए तो भारत जोड़ो यात्रा एक बेहतर अनुभव वाला रहा, हमने कन्याकुमारी से शुरू किया और कश्मीर तक गए। हजारों किलोमीटर की यात्रा की, कभी गर्मी में, बारिश में और कभी बर्फ में भी। इस यात्रा में हमें अपने देश को बहुत विस्तार से समझने का मौका दिया। हमने बात की आप जैसे हजारों और हजारों लोगों से, किसानों से, छात्रों से, युवाओं से और हमारा मुख्य मुद्दा था हिंसा, महंगाई और भारतीय महिलाओं द्वारा झेली जाने वाली हिंसा।"

Web Title: Rahul Gandhi again surrounded the Modi government from London, said- "We can speak in universities like Cambridge or Harvard, but cannot give speech in any university of India"

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