नई दिल्ली, 23 जुलाई: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीडब्लूसी की बैठक में अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया है। राहुल ने अपने कार्यकर्ताओं को समझाते हुए भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस से सीख लेने की बात कही है।
खबर के अनुसार राहुल ने बात करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि लोगों के बीच जाएं और काम करें। साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि हमारे नेता काम करने से कतराते हैं, जबकि बीजेपी-आरएसएस की बात करे तो वो जनता के बीच जाते हैं। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे भारत के दबे-कुचले लोगों की लड़ाई लड़ें।
राहुल गांधी ने रविवार को नवगठित कांग्रेस कार्य समिति की बैठक की अध्यक्षता की और कहा कि यह अनुभव और जोश के समावेश वाली इकाई है।कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं के हालिया विवादित बयानों की पृष्ठभूमि में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी नेनेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा कि वे भाषा एवं व्यवहार की मर्यादा को बनाएं रखें। राहुल ने भाषा और व्यवहार की मर्यादा बनाए रखने की नसीहत ऐसे समय में दी है जब कुछ दिनों पहले पार्टी सांसद शशि थरूर के ‘हिंदू तालिबान’ वाले बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया था।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष ने स्पष्ट तौर पर कहा कि वह आशा करते हैं कि नेता 2019 के व्यापक लक्ष्य को देखें। वे अपने भाषा की मर्यादा और व्यवहार की मर्यादा दोनों का पालन करें। बैठक में पार्टी महासचिव अशोक गहलोत ने भी कहा कि अनुशासन की पहली कड़ी नेता से शुरू होती है और इसके बाद कार्यकर्ताओं से अनुशासन की उम्मीद जाती है।
सुरजेवाला ने कहा, पार्टी नेतृत्व का मानना है कि विचारों की अभिव्यक्ति हो, लेकिन जहां कांग्रेस की लाइन का प्रश्न है वहां कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं से उम्मीद की जाती है कि वे भाषा और व्यवहार की मर्यादा का पालन करते रहेंगे। सीब्डल्यूसी की पहली बैठक लगभग 5 घण्टे तक चली। इसमें 35 वक्ताओं ने अपने विचार रखे।