पंजाब : अमृतसर के अस्पताल में ‘ऑक्सीजन की कमी’ से छह मरीजों की मौत
By भाषा | Updated: April 24, 2021 19:11 IST2021-04-24T19:11:27+5:302021-04-24T19:11:27+5:30

पंजाब : अमृतसर के अस्पताल में ‘ऑक्सीजन की कमी’ से छह मरीजों की मौत
अमृतसर, 24 अप्रैल पंजाब के अमृतसर स्थित एक अस्पताल में शनिवार को कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी से छह मरीजों की मौत हो गई जिसके बाद पंजाब सरकार ने घटना के जांच के आदेश दिए हैं।
अस्पताल ने बताया कि छह मृतकों में से पांच कोरोना वायरस से संक्रमित थे।
नीलकांत अस्पताल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सुनील देवगन ने आरोप लगाया, ‘‘जिला प्रशासन से बार-बार मदद की गुहार लगाने के बावजूद किसी ने सहायता नहीं की।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘दो महिलाओं सहित छह मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुई है।’’
बहरहाल, चिकित्सा शिक्षा मंत्री ओ पी सोनी ने आरोपों का खंडन करते हुए दावा किया कि अस्पताल ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर कोई उचित जानकारी नहीं दी थी।
उन्होंने कहा, “ प्रशासन के लिए व्हाट्सएप के एक ग्रुप पर एक साधारण संदेश छोड़ा गया।”
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अमृतसर के उपायुक्त (डीसी) को घटना की जांच करने के निर्देश दिए हैं।
सिंह ने यह भी कहा कि पहली नजर में लगता है कि अस्पताल ने ऑक्सीजन की कमी का सामना कर रहे निजी अस्पतालों को दिए गए निर्देशों का उल्लंघन किया है जिनमें कहा गया था कि वे अपने यहां के मरीज सरकारी मेडिकल कॉलेज में स्थानांतरित कर दें।
यह घटना गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 मरीजों की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन की कमी के संकट के बीच हुई है। पिछले कुछ दिनों के दौरान देश के अन्य हिस्सों में इसी तरह की घटनाएं हुई हैं।
देवगन ने दावा किया कि मरीजों की मौत होने के बाद ऑक्सीजन के सिर्फ पांच सिलेंडर पहुंचाए गए।
अस्पताल के अध्यक्ष ने दावा किया कि ऑक्सीजन के तीन प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं ने कहा है कि आपूर्ति के मामले में सरकारी अस्पतालों को प्राथमिकता दी जा रही है।
देवगन ने आरोप लगाया कि निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति रोकने के लिए ऑक्सीजन संयंत्रों के बाहर पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है।
उन्होंने बताया कि जिन छह मरीजों की मौत शनिवार को हुई, उनमें से दो मरीज गुरदासपुर जिले के और एक मरीज तरन-तारण का था जबकि बाकी तीन मरीज अमृतसर के ही थे।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि डीसी ने मामले की जांच करने के लिए दो सदस्य समिति गठित की है।
डीसी ने पत्रकारों से कहा कि बिना किसी पक्षपात के निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है और यहां के सरकारी अस्पतालों में भी शुक्रवार रात को ऑक्सीजन आपूर्ति की कमी थी।
उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों से कहा गया है कि अगर उनके पास ऑक्सीजन नहीं है तो वे मरीजों को भर्ती न करें और उन्हें गुरु नानक देव अस्पताल रेफर कर दें।
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