आईएसआई से संबंध के आरोपों पर अरूसा आलम ने कहा- वापस कभी भारत नहीं आऊंगी, पंजाब कांग्रेस नेताओं ने निराश किया
By विशाल कुमार | Published: October 26, 2021 12:20 PM2021-10-26T12:20:35+5:302021-10-26T12:30:07+5:30
पिछले हफ्ते पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा था कि आलम के कथित आईएसआई संबंध को लेकर एक जांच कराई जाएगी. इस पर अमरिंदर के हवाले से उनकी मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने कहा था कि भारत सरकार की मंजूरी से आलन पिछले 16 सालों से आ रही हैं.
नई दिल्ली:पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस नेताओं के बीच जारी लड़ाई में फंसी पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा है कि वह पंजाबकांग्रेस की राजनीति से उन्हें बहुत ही निराशा हाथ लगी है और वह कभी वापस भारत नहीं आएंगी.
दरअसल, पिछले हफ्ते पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा था कि आलम के कथित आईएसआई संबंध को लेकर एक जांच कराई जाएगी.
इस पर अमरिंदर के हवाले से उनकी मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने कहा था कि भारत सरकार की मंजूरी से आलन पिछले 16 सालों से आ रही हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, आलम ने कहा कि मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि वे इतना नीचे गिर ससकते हैं. सुखजिंदर रंधावा, पीपीसीसी प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी (नवजोत कौर सिद्धू) शिकारियों का गिरोह हैं. वे कैप्टन को शर्मिंदा करने के लिए मेरा इस्तेमाल कर रहे हैं. मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि क्या वे इतने दिवालिया हो गए हैं कि उन्हें अपने राजनीतिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए मेरा सहारा लेना पड़ा रहा है.
आईएसआई से संबंध होने के रंधावा के आरोपों पर आलम ने कहा कि मैं दो दशकों से भारत आ रही हूं. 16 साल से कैप्टन के निमंत्रण पर और उससे पहले एक पत्रकार के रूप में और प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में. क्या वे अचानक मेरे लिंक के लिए जाग गए हैं?
उन्होंने पूछा कि क्या यूपीए और एनडीए दोनों सरकार अयोग्य थीं जिनके शासन के दौरान रॉ, आईबी, केंद्रीय गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय मुझे मंजूरी दे रही थीं.
सिंह ने सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्रियों सुषमा स्वराज और यशवंत सिन्हा, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव सहित आलम की तस्वीरें जारी कीं और पूछा कि क्या इन नेताओं का भी आईएसआई से संबंध है.
आलम ने नवजोत कौर सिद्धू और पीसीसी प्रमुख सिद्धू के सहयोगी मोहम्मद मुस्तफा पर उनकी हालिया टिप्पणियों को लेकर भी निशाना साधा.
नवजोत कौर सिद्धू ने शनिवार को आरोप लगाया था कि राज्य में एक भी अधिकारी की तैनाती आलम को ‘पैसे, तोहफे’दिये बिना नहीं हुई.