लोकसभा चुनाव में चुनावी सरगर्मियां तेज है। कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने हमला बोला है। सिद्धू ने कहा 'कांग्रेस पार्टी ने ही देश को आजादी दिलवाई थी। ये मौलाना आजाद और महात्मा गांधी की पार्टी है। इन्होंने गोरों से आजादी दी थी और तुम इंदौर वालो अब काले अंग्रेजों से इस देश को निजात दिलाओगे'। यह बयान सिद्धू ने इंदौर में दिया जब वह कांग्रेस प्रत्याशी के लिए वोट मांग रहे थे।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को निर्वाचन आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था। गुजरात में एक भाजपा कार्यकर्ता की शिकायत पर निर्वाचन आयोग ने सिद्धू के भाषण के कुछ अंश देखे जिसमें कांग्रेस के स्टार प्रचारक ने अहमदाबाद में 17 अप्रैल को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री को एक 'चोर' बताया था ।
आयोग ने सिद्धू को आदर्श आचार संहिता के एक प्रावधान की याद दिलाई जो उम्मीदवारों और नेताओं को विरोधियों के खिलाफ चुनाव के दौरान व्यक्तिगत टिप्पणी करने से रोकता है। सिद्धू को मंगलवार को जारी किये गए नोटिस में उन्हें जवाब देने के लिये दो मई की शाम तक का वक्त दिया गया है जिसमें विफल रहने पर चुनाव आयोग बिना उनके जवाब का इंतजार किये फैसला लेगा।
निर्वाचन आयोग ने पिछले महीने सिद्धू को चुनाव अभियान से 72 घंटे तक दूर रहने का आदेश दिया था। उन पर विवादित टिप्पणी कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप था। बिहार के कटिहार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पंजाब के नेता ने मुसलमानों को मोदी को हराने के लिये एकमुश्त वोट करने का अनुरोध किया था।
सिद्धू ने क्या कहा है?
सिद्धू ने कहा, ''मैं चौकीदारों को रोकने आया हूं और मोदी को ठोकने आय़ा हूं। राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट, तीन मोदी भाग गए, चौथा बोल रहा झूठ।'' उन्होंने कहा, ''मैंने फिल्म देखी कुली नंबर वन, बीवी नंबर वन। अब फिल्म आएगी फेंकू नंबर वन और झूठा नंबर वन।'' सिद्धू यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा, ''कांग्रेस ने अंग्रेजों को देश से भगाया था और इंदौर वाले तुम काले अंग्रेजों से इस देश को निजात दिलाओगे।'' सिद्धू के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पलटवार किया है, ''नवजोत सिंह सिद्धू देश तोड़ने वालों में से एक हैं। सिद्धू पर राहुल गांधी की संगति का असर हो गया है।'' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रभक्ति पर कोई शक नहीं कर सकता है।