पंजाब सरकार ने की SGPC से गुरू नानक देव की जयंती समारोह में सरकार का साथ देने की अपील

By भाषा | Published: October 27, 2019 06:22 AM2019-10-27T06:22:12+5:302019-10-27T06:22:12+5:30

मुख्यमंत्री ने एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल के साथ एक बैठक में यह सुझाव दिया। उन्होंने बैठक के दौरान इस ऐतिहासिक अवसर पर खासकर विभिन्न कार्यक्रमों में देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसे गणमान्य व्यक्तियों की भागीदारी के आलोक में एकता की कमी को लेकर अपनी चिंता रखी।

Punjab government appealed to SGPC to support the government in Guru Nanak Dev's birth anniversary celebrations | पंजाब सरकार ने की SGPC से गुरू नानक देव की जयंती समारोह में सरकार का साथ देने की अपील

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Highlightsअमरिंदर सिंह ने शनिवार को शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) से सुलतानपुर लोधी में 12 नवंबर को सिख धर्म के संस्थापक गुरू नानक देव की 550वीं जयंती उत्सव मनाने में सरकार के साथ हाथ मिलाकर चलने की अपील की ।मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हिस्सा लेंगे।

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शनिवार को शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) से सुलतानपुर लोधी में 12 नवंबर को सिख धर्म के संस्थापक गुरू नानक देव की 550वीं जयंती उत्सव मनाने में सरकार के साथ हाथ मिलाकर चलने की अपील की। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हिस्सा लेंगे।

उन्होंने कहा कि 11 नवंबर को मुख्य कार्यक्रम शीर्ष गुरूद्वारा निकाय-शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक समिति के निरीक्षण में हो सकता है जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आने की संभावना है। इसे 550 वीं जयंती संयुक्त रूप से मनाने को लेकर राज्य सरकार और एसजीपीसी के बीच जारी गतिरोध को दूर करने के नये फार्मूला के रूप में देखा जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने यहां एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल के साथ एक बैठक में यह सुझाव दिया। उन्होंने बैठक के दौरान इस ऐतिहासिक अवसर पर खासकर विभिन्न कार्यक्रमों में देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसे गणमान्य व्यक्तियों की भागीदारी के आलोक में एकता की कमी को लेकर अपनी चिंता रखी।

उन्होंने कहा कि इससे सभी संबद्ध लोगों/पक्षों के लिए असहज स्थिति पैदा होगी जबकि सिख समुदाय अतीत में ऐसे समारोहों में हमेशा एकजुट रहा है। उन्होंने चेतावनी कि अतीत की परिपाटी से थोड़ा सा भी हटने से समुदाय को अपूरनीय क्षति होगी। लोगोंवाल ने राष्ट्रपति कोविंद और केंद्रीय गृह मंत्री शाह को क्रमश: 12और 11 नवंबर को सुलतानपुर आने का निमंत्रण देने के फैसले को लेकर मुख्यमंत्री की सराहना की।

मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि सुलतानपुर लोधी में गुरूद्वारा परिसर में एसजीपीसी मंच का उपयोग 11 नवंबर को साझे मंच के तौर पर किया जा सकता है और राज्य सरकार भी वहां उसमें हिस्सा ले सकती है। उन्होंने प्रस्ताव दिया कि लेकिन 12 नवंबर को राष्ट्रपति के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के मद्देनजर राज्य सरकार के लिए राष्ट्राध्यक्ष के रूप में उनकी मेजबानी करना उचित है। इससे मुख्य कार्यक्रम के बारे में लोगों का भ्रम दूर होगा और सिखों के बीच एकता का भी संदेश जाएगा।

लोगोंवाल ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि एसजीपीसी इस प्रस्ताव पर विचार करेगा और शीघ्र ही अपने निर्णय से उन्हें अवगत कराएगा। कुछ दिन पहले अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा था कि केवल एसजीपीसी ही 550 वें समारोह के दौरान सुलतानपुर लोधी में धार्मिक कार्यक्रम के लिए मुख्य मंच लगाएगा। लेकिन उन्होंने कपूरथला के सुलतानपुर लोधी में पंजाब सरकार द्वारा पृथक मंच का स्वागत किया और कहा कि इसका राजनीतिक भाषणबाजी के बजाय सिख गुरू के संदेश को फैलाने के लिए किया जाना चाहिए।

550 वें समारोह को संयुक्त रूप से मनाने के लिए गतिरोध है। एसजीपीसी ने 12 नवंबर को सुलतानुपर लोधी में गुरूद्वारा बेर साहिब के समीप एक स्टेडियम में मुख्य कार्यक्रम करने का फैसला किया है जबकि राज्य सरकार वहां एक टेंट सिटी में कार्यक्रम करने को इच्छुक है। 

Web Title: Punjab government appealed to SGPC to support the government in Guru Nanak Dev's birth anniversary celebrations

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