पंजाबः अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश पर सिद्धू ने तोड़ी चुप्पी, कहा-सही समय का इंतजार कर रहे...
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 4, 2022 04:06 PM2022-05-04T16:06:07+5:302022-05-04T16:07:42+5:30
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की थी।
चंडीगढ़ः कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने पार्टी अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है। इस बीच सिद्धू ने ट्वीट कर जवाब दिया है।
कांग्रेस नेता और पंजाब इकाई के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग किये जाने के कुछ दिन बाद बुधवार को कहा कि वह जवाब देने के लिये सही समय का इंतजार कर रहे हैं।
अपने ख़िलाफ़ बातें मैं अक्सर खामोशी से सुनता हूँ . . . . .
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) May 4, 2022
जवाब देने का हक़ , मैंने वक्त को दे रखा है . . .
हालांकि सिद्धू ने अपने ट्वीट में कही गई बातों का कोई संदर्भ तो नहीं दिया, लेकिन इसे सोनिया गांधी को भेजी गई चौधरी की चिट्ठी पर प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है। सोनिया को लिखे पत्र में चौधरी ने ''खुद को पार्टी से बड़ा समझने के लिये'' सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी।
The first blow is half the battle my friend… A good beginning always makes a good ending… Best always in your sincere efforts to honour the spirit of our Constitution… ‘The power of people must return to the people’, manifold… https://t.co/Upav1EY9IN
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) May 2, 2022
सिद्धू ने ट्वीट किया, ''अपने ख़िलाफ़ बातें मैं अक्सर खामोशी से सुनता हूँ . . . . .जवाब देने का हक़ , मैंने वक्त को दे रखा है . . .। सोमवार को सामने आए 23 अप्रैल के पत्र में चौधरी ने पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग की तरफ से सिद्धू की ''वर्तमान गतिविधियों'' के बारे में एक विस्तृत नोट भी भेजा था।
चौधरी ने पत्र में उल्लेख किया था कि सिद्धू ने पिछली कांग्रेस सरकार की लगातार आलोचना की जबकि उनसे ऐसा नहीं करने के लिए कहा गया था। चुनाव से कुछ महीने पहले तक सिद्धू तत्कालीन मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के नेतृत्व पर सवाल उठाते रहे थे।
उन्होंने चरणजीत सिंह चन्नी पर भी निशाना साधा, जिन्होंने चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का पद संभाला था। आप पंजाब विधानसभा की 117 में से 92 सीट जीतकर सत्ता में आई है, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 18 सीट मिली है।