नवजोत सिंह सिद्धू का ट्वीट, सियासी पारा तेज, कहा- AAP ने हमेशा मेरे विजन और काम को पहचाना...
By सतीश कुमार सिंह | Updated: July 13, 2021 14:53 IST2021-07-13T14:21:49+5:302021-07-13T14:53:26+5:30
Punjab Assembly Elections: पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने 2015 की पुलिस गोलीबारी के मामले में एक जांच को रद्द कर दिया था, इसके बाद से सिद्ध, कैप्टन के खिलाफ लगातार हमलावर रहे हैं।

वास्तव में पंजाब के लिए कौन लड़ रहा है। (file photo)
Punjab Assembly Elections:पंजाब में 2022 में विधानसभा चुनाव है। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू और राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच वाकयुद्ध जारी है।
इस बीच कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर हंगामा खड़ा कर दिया है। आप नेता जहां इस ट्वीट का स्वागत कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस में बयान से सियासी परा तेज हो गया है। नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर कहा कि हमारे विपक्षी आप ने हमेशा पंजाब के लिए मेरे विजन और काम को पहचाना है। 2017 से पहले की बात हो- बेअदबी, ड्रग्स, किसानों के मुद्दे, भ्रष्टाचार और बिजली संकट का सामना पंजाब के लोगों ने मेरे द्वारा किया या आज जैसा कि मैं "पंजाब मॉडल" पेश करता हूं, यह स्पष्ट है कि वे जानते हैं। वास्तव में पंजाब के लिए कौन लड़ रहा है।
Our opposition AAP has always recognised my vision & work for Punjab. Be it Before 2017- Beadbi, Drugs, Farmers Issues, Corruption & Power Crisis faced by People of Punjab raised by me or today as I present “Punjab Model” It is clear they know - who is really fighting for Punjab. https://t.co/6AmEYhSP67pic.twitter.com/7udIIGkq1l
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 13, 2021
आप सांसद भगवंत मान ने स्वागत किया है। आप के सांसद संदय सिंह ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी का स्वागत हैं। जब चाहे तब पार्टी में आ सकते हैं। उनका स्वागत है। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को पंजाब में 2015 का बेअदबी का मामला उठाया लेकिन इस बार उन्होंने प्रदेश की अपनी ही पार्टी की सरकार को निशाना बनाने की बजाये पूर्ववर्ती शिअद-भाजपा गठबंधन सरकार के खिलाफ मामले की उचित जांच नहीं कराये जाने के लिये हमला बोला।
पंजाब में कांग्रेस में गुटबाजी समाप्त करने के मद्देनजर पार्टी नेतृत्व के प्रयासों के बीच राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हाल ही में दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के कुछ ही दिन बाद सिद्धू का यह बयान आया है। पंजाब में 2015 में धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी और उसके बाद हुयी पुलिस फायरिंग के मामले में सिद्धू सरेआम मुख्यमंत्री के खिलाफ हमला कर मामले जी जांच में देरी करने का आरोप लगाते रहे हैं।
गौरतलब है कि पंजाब अभूतपूर्व बिजली संकट का सामना कर रहा है। शहरी और ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती की जा रही है और वोल्टेज भी घट-बढ़ रहा है। कांग्रेस विधायक सिद्धू ने एक अन्य ट्वीट में बादल परिवार पंजाब में शिअद-भाजपा शासन के दौरान बिजली खरीद समझौतों पर हस्ताक्षर करने का आरोप लगाया।
