चंडीगढ़ः पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों की घोषणा से कुछ घंटों पहले यह आदेश आया है। भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी वीरेश कुमार भावरा को पंजाब पुलिस का नया महानिदेशक नियुक्त किया गया है।
एक सरकारी आदेश में शनिवार को यह जानकारी दी गई। पंजाब होम गार्ड्स के डीजीपी रहे भावरा ने डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय का स्थान लिया है। पंजाब सरकार ने शनिवार को फिरोजपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हरमनदीप सिंह हंस समेत सात आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिये। आईपीएस अधिकारी हंस को लुधियाना स्थित तृतीय आईआरबी का कमांडेंट बनाया गया है।
आईपीएस अधिकारी नरिंदर भार्गव को बतौर एसएसपी फिरोजपुर की कमान सौंपी गयी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में बुधवार को हुई कथित चूक के दौरान हंस ही फिरोजपुर के एसएसपपी थे। हुसैनीवाला जा रहे प्रधानमंत्री का काफिला प्रदर्शनकारियों की नाकेबंदी के कारण एक फ्लाईओवर पर फंस गया था और मोदी को किसी कार्यक्रम या रैली में शामिल हुए बिना दिल्ली लौटना पड़ा था। फिरोजपुर में मोदी की सुरक्षा में 'गंभीर चूक' की जांच के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा गठित तीन सदस्यीय पैनल के समक्ष शुक्रवार को कई वरिष्ठ पुलिस और सिविल अधिकारी पेश हुए थे, जिनमें हंस भी शामिल थे।
फिरोजपुर में सड़क को अवरुद्ध करने वाले संगठन ‘भारतीय किसान संघ (क्रांतिकारी)’ के प्रमुख सुरजीत सिंह फूल ने कहा था कि फिरोजपुर के एसएसपी ने ही उन्हें सूचित किया था कि नरेंद्र मोदी सड़क मार्ग से आ रहे हैं। फूल ने कहा था, ’’लेकिन, हमने सोचा था कि सड़क खाली कराने के लिए (अधिकारी द्वारा) छल किया जा रहा है।
इस बीच, जिन अन्य पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया है उनमें नौनिहाल सिंह भी शामिल हैं। उन्हें जालंधर का पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है। ए.के. मित्तल को रूपनगर का पुलिस महानिरीक्षक तथा सुखचैन सिंह को अमृतसर का आयुक्त नियुक्त किया गया है। नानक सिंह और अलका मीणा को क्रमश: गुरदासपुर और बरनाला का एसएसपी बनाया गया है। दो पीपीएस अधिकारियों -हरकमलप्रीत सिंह खाख और कुलजीत सिंह- को नए पदस्थापन आदेश दिए गए हैं।
चट्टोपोध्याय के साथ 13 अन्य पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारी शुक्रवार को फिरोजपुर में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति के समक्ष पेश हुए। यह समिति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे के दौरान सुरक्षा में हुई ‘‘गंभीर चूक’’ की जांच कर रही है।
चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली सरकार ने 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी को उन तीन अधिकारियों की सूची में से चुना जो संघ लोक सेवा आयोग द्वारा दी गई थी। आदेश में कहा गया है, ‘‘यूपीएससी द्वारा भेजी गयी सूची पर विचार करने के बाद पंजाब के राज्यपाल ने पंजाब के पुलिस महानिदेशक (पुलिस बल के प्रमुख) के तौर पर आईपीएस विरेश कुमार भावरा की नियुक्ति की है।’’ आदेश में कहा गया कि भावरा का कार्यकाल न्यूनतम दो वर्ष का होगा।