पुलवामा हमला: "सियासतदानों, मत बार-बार देश का “सब्र” खो दिए, अब इन कुत्तों की “कब्र” खोदिए..."
By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: February 15, 2019 01:06 PM2019-02-15T13:06:32+5:302019-02-15T13:21:18+5:30
Pulwama Terrorist Attack: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक कर्मी 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। इनमें से अधिकतर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद अपने काम पर वापस लौट रहे थे। जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में इस काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया।
जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में बृहस्पतिवार (14 फरवरी) को जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने 350 किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 40 जवान शहीद हो गए।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक कर्मी 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। इनमें से अधिकतर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद अपने काम पर वापस लौट रहे थे। जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में इस काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया। इस हमले के बाद ट्विटर पर पाकिस्तान के इस घटिया मसंबे को लेकर उसे जमकर लताड़ा जा रहा है।
आम आदमी पार्टी नेता कुमार विश्वास ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा- सबसे पहले तो ये हुर्रियत-वुरियत जैसै अलगाववादी संगठनों और हमारे टैक्स के पैसे से पल रहे इनके नेताओं को पकड़ के, कालापानी दो या इनेक पृष्ठभाग पर भीषण पदप्रहार करके इनके वाँछित नरक पाकिस्तान दफ़ा करो ! कर दो @PMOIndia जी ! इतिहास और समय दोनों आभारी होंगें।
सबसे पहले तो ये हुर्रियत-वुरियत जैसै अलगाववादी संगठनों और हमारे टैक्स के पैसे से पल रहे इनके नेताओं को पकड़ के, कालापानी दो या इनेक पृष्ठभाग पर भीषण पदप्रहार करके इनके वाँछित नरक पाकिस्तान दफ़ा करो ! कर दो @PMOIndia जी ! इतिहास और समय दोनों आभारी होंगें
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) February 14, 2019
#KashmirTerrorAttack
सियासतदानों, मत बार-बार देश का “सब्र” खोदिए, अब इन कुत्तों की “कब्र” खोदिए..बस
सियासतदानों, मत बार-बार देश का “सब्र” खोदिए, अब इन कुत्तों की “कब्र” खोदिए..बस #Pulwama
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) February 14, 2019
श्रीनगर से लगभग 20 किलोमीटर दूर पुलवामा के इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। कई राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ-साथ यहां के नागरिक समूहों ने कहा कि उन्होंने क्रांति चौक सहित औरंगाबाद के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है।