लाइव न्यूज़ :

छुटि्टयां बीच में छोड़ कर सीधे र्मोचे पर पहुंचे थे ब्रिगेडियर हरबीर सिंह

By भाषा | Updated: February 19, 2019 17:35 IST

बिग्रेडियर हरबीर सिंह, अपने घर में छुटि्टयां बिता रहे थे। जब उन्हें मध्यरात्रि में यह जानकारी मिली कि आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया गया है, तो उन्होंने खुद से अपना अवकाश रद्द कर लिया और सेवा में फौरन हाजिर हो गए।

Open in App

भारतीय सेना के जवानों की जांबाजी की एक और मिसाल उस समय देखने को मिली जब जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ शुरू हुए एक अभियान में बिग्रेडियर हरबीर सिंह अपनी छुटि्टयां अधूरी छोड़कर सीधे मोर्चे पर पहुंचे थे। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। 

सेना की 15 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘जख्मी हुये बिग्रेडियर हरबीर सिंह, अपने घर में छुटि्टयां बिता रहे थे। जब उन्हें मध्यरात्रि में यह जानकारी मिली कि आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया गया है, तो उन्होंने खुद से अपना अवकाश रद्द कर लिया और सेवा में फौरन हाजिर हो गए।"

लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लन संवाददाताओं को उस आपरेशन की जानकारी दे रहे थे, जिसमें जैश के तीन आतंकियों को मार गिराया गया था। ये लोग 14 फरवरी को हुये पुलवामा आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार थे। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे। 

उन्होंने कहा, ‘‘वह (ब्रिगेडियर सिंह) कश्मीर वापस आये और आपरेशन वाली जगह पहुंच गये। उन्होंने अपने जवानों को अग्रणी ढंग से नेतृत्व प्रदान किया। डीआईजी अमित कुमार (वह भी इस कार्रवाई में घायल हुये हैं) भी अपने जवानों को आगे बढ़ कर नेतृत्व प्रदान कर रहे थे। आप इन अधिकारियों के जख्मों को देख सकते हैं। यह दर्शाता है कि हमारे कमांडर आपरेशनों का अग्रणी ढंग से नेतृत्व करते हैं और वे सक्षम हैं कि किसी असैनिक की जान नहीं जाने दें। उन्होंने कहा कि सेना के अधिकारी भविष्य में होने वाले आपरेशनों में भी मोर्चे पर जाकर जवानों को नेतृत्व प्रदान करेंगे। 

सोमवार को पुलवामा जिले के पिंगलान में गोलीबारी में मेजर वीएस ढौंडियाल, सेना के तीन जवान शहीद हो गए थे और डीआईजी कुमार, ब्रिगेडियर सिंह, एक लेफि्टनेंट कर्नल और एक कैप्टन घायल हो गए थे। उन्होंने बताया कि घायलों का हालत स्थिर बनी हुई है और उनका इलाज चल रहा है। इस कार्रवाई में अधिक लोगों की जान चले जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘इसकी दो या तीन वजहें हैं। हम नागरिकों को इसकी जद में आने से बचाना चाहते थे। आप जानते ही हैं कि केवल एक ही नागरिक इस दौरान मारा गया।’’ 

टॅग्स :पुलवामा आतंकी हमलाजम्मू कश्मीरसीआरपीएफभारतीय सेनासीमा सुरक्षा बल
Open in App

संबंधित खबरें

भारतDrung Waterfall: महीनों बाद खुला द्रुग वाटरफाल, टंगमर्ग राइडर्स की रोजी-रोटी में मदद मिली

भारतJammu-Kashmir Power Shortage: सर्दी बढ़ने के साथ कश्मीर में गहराया बिजली सकंट, करीब 500 मेगावाट बिजली की कमी से परेशान लोग

भारतJammu-Kashmir: कश्मीर के मोर्चे से खुशखबरी, आतंकी हिंसा में गिरावट पर आतंक और दहशत में नहीं

पूजा पाठVaishno Devi Temple: मां वैष्णो देवी की यात्रा में गिरावट, पिछले साल के मुकाबले श्रद्धालुओं की संख्या घटी

भारतदिल्ली लाल किला कार विस्फोटः जम्मू-कश्मीर और लखनऊ में कुल 8 जगहों पर NIA छापेमारी, ‘सफेदपोश’ आतंकी मॉड्यूल पर नजर, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम में एक्शन

भारत अधिक खबरें

भारतIndiGo Crisis: लगातार फ्लाइट्स कैंसिल कर रहा इंडिगो, फिर कैसे बुक हो रहे टिकट, जानें

भारतIndigo Crisis: इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बीच रेलवे का बड़ा फैसला, यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में 116 कोच जोड़े गए

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए