जम्मू, 27 सितंबर केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के समर्थन में सोमवार को जम्मू जिले में प्रदर्शन और रैलियां आयोजित की गईं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता एम वाई तारिगामी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता और किसान रैली में शामिल हुए और उन्होंने यहां मुख्य सड़क पर धरना दिया जिससे यातायात बाधित हुआ।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए तारिगामी ने कहा कि ये “किसान विरोधी” कानून कृषि क्षेत्र को “बर्बाद” करने के मकसद से लाए गए हैं और इनसे भारत की खाद्य सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी। उन्होंने कहा, “इसके अलावा इन कानूनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य समाप्त होने का आधार बनेगा और देश की कृषि तथा बाजार को कॉर्पोरेट क्षेत्र को गिरवी रख दिया जाएगा।”
तारिगामी ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित कर किसानों के उत्पादों के लिए उचित मूल्य की व्यवस्था करने की मांग लंबे समय से उठायी जाती रही है। उन्होंने कहा, “एक तरफ तो किसान डीजल, पेट्रोल उर्वरक और कृषि से संबंधित अन्य वस्तुओं तथा दैनिक आवश्यकताओं की बढ़ती कीमत से परेशान हैं, वहीं दूसरी तरफ उनकी आय कम की जा रही है जिससे वह गरीब होते जा रहे हैं।”
जम्मू में जम्मू कश्मीर किसान तहरीक की ओर से विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। किसानों के साथ एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र के महासचिव ओम प्रकाश ने कहा कि मजदूर किसान एकता को मजबूत करने की जरूरत है ताकि नव उदारवादी नीतियों तथा किसानों और कामगारों की आजीविका पर हो रहे हमले का मुकाबला किया जा सके।
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