समुद्री सजीव संसाधनों के बारे में व्यापक अध्ययन का प्रस्ताव
By भाषा | Updated: October 6, 2021 16:23 IST2021-10-06T16:23:54+5:302021-10-06T16:23:54+5:30

समुद्री सजीव संसाधनों के बारे में व्यापक अध्ययन का प्रस्ताव
नयी दिल्ली, 6 अक्तूबर पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने जलवायु परिवर्तन का समुद्री प्रजातियों पर पड़ने वाले प्रभाव, पारिस्थितिकी प्रतिक्रियाओं एवं सागरीय प्रजातियों के जैव सूचीकरण सहित समुद्री सजीव संसाधनों के अध्ययन को अगले पांच वर्ष जारी रखने का प्रस्ताव तैयार किया है।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने ‘‘भाषा’’ को बताया, ‘‘ मंत्रालय ने इस विषय वस्तु (समुद्री पारिस्थतिकी प्रतिक्रियाओं एवं समुद्री प्रजातियों से जुड़े विषयों) के बारे में समझ को बेहतर बनाने के लिये वर्ष 2021-26 की अवधि में समुद्री सजीव संसाधनों के अध्ययन को जारी रखने का प्रस्ताव तैयार किया है।’’
उन्होंने बताया कि समुद्री सजीव संसाधनों का अध्ययन जारी रखने के प्रस्ताव के तहत समुद्री भौतिक प्रक्रियाओं का अध्ययन किया जायेगा, साथ ही जैव भू रायायनिक एवं जैविक प्रतिक्रियाओं के कारण अरब सागर में होने वाली विभिन्न पारिस्थितिकी प्रतिक्रियाओं पर शोध तथा विभिन्न समुद्री प्रजातियों का जैव सूचीकरण किया जायेगा ।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, समुद्री सजीव अध्ययन एवं सागरीय सर्वेक्षण योजना के लिये वित्त वर्ष 2020-21 में बजटीय अनुमान 35 करोड़ रूपये था और संशोधित अनुमान 9 करोड़ रूपया तथा वास्तविक खर्च 9 करोड़ रूपया था । वहीं, इस योजना के लिये वित्त वर्ष 2021-22 में बजटीय अनुमान 25 करोड़ रूपये रखा गया है।
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