पटना: बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही सोमवार से शुरू हो गई है। सत्र की कार्यवाही पहले दिन दोनों सदनों में हंगामेदार रही। विधान सभा में नये तीन विधायकों के शपथ ग्रहण के बाद उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अनुपूरक बजट रखा। इसके बाद हंगामे के बीच शोक संदेश पढ़े गए और फिर सदन की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। वहीं विधान परिषद की कार्यवाही भी महज 16 मिनट 12 सैकेंड चली। 32250 करोड़ का अनुपूरक बजट रखने के बाद परिषद की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर वाम दल और कांग्रेस विधायक प्रदर्शन करते हुए बिहार विधानसभा पहुंचे। विधायकों का यह कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह स्पष्ट करें कि वह इस विधेयक के समर्थन में है या विपक्ष में? मुख्यमंत्री को इस मामले पर अपनी राय स्पष्ट करनी होगी। वहीं, वाम दलों के विधायकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस विधेयक के खिलाफ विधानसभा से प्रस्ताव पारित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार मुसलमानों पर हमला कर रही है, जो कहीं से उचित नहीं है। वहीं, विधानसभा का सत्र शुरू होते ही पहले तीन नए विधायकों को शपथ दिलाई गई।
इमामगंज में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी, बेलागंज से मनोरमा देवी और रामगढ़ से अशोक सिंह ने शपथ ग्रहण किया है। इन लोगों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। हालांकि, तरारी से बाहुबली सुनील पांडे के बेटे विशाल प्रशांत कल अपने पद का शपथ ग्रहण करेंगे। उधर, विधान परिषद के अंदर राजद के सदस्य कारी सोहैब को दो दिनों के लिए निष्कासित कर दिया गया। मानसून सत्र के दौरान ही इस बात का निर्णय हो गया था कि राजद के विधान पार्षद कारी सोहैब शीतकालीन सत्र में दो दिनों के लिए निष्कासित रहेंगे।
बता दें कि बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र पांच दिनों तक चलेगा। इस दौरान दूसरे और तीसरे दिन नए विधेयकों को पेश किया जाएगा। चौथे दिन इन विधेयकों पर चर्चा होगी और अंत में इन्हें पारित करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। सिर्फ 5 दिन के सत्र में विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों को निपटाने की योजना है।