प्रियंका गांधी की जब से राजनीति में औपचारिक एंट्री हुई है, तब से सबके उनके चाहने वालों में एक ही बात चल रही है कि वो अधिकारिक तौर पर कब अपना पदभार संभालेंगी। जब प्रियंका गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रभारी बनाते हुए उत्तर प्रदेश-पूर्व की जिम्मेदारी सौंपी थी तो वह भारत में नहीं बल्कि यूएस में थी। सोमवार(4 फरवरी) को प्रियंका गांधी यूएस से वापस लौटआईं हैं।
खबर है कि सोमवार को प्रियंका गांधी देश की राजधानी दिल्ली आई हैं। प्रियंका भारत लौटते ही सबसे पहले भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मिलने उनके आवास पर पहुंची। जहां उन्होंने जल्द ही बैठक करने की बात की है। कांग्रेस लखनऊ में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रियंका गांधी की ताजपोशी करना चाहती है।
अगले सप्ताह से प्रियंका गांधी करेंगी औपचारिक बैठक
उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रियंका गांधी के प्लानिंग का इंतजार कर रहे हैं। प्रियंका गांधी आगमी सात फरवरी को राजधानी दिल्ली में राहुल द्वारा बुलाए गए एआईसीसी के राज्य प्रबंधकों की बैठक में शामिल होंगी। वह कांग्रेस के राज्य प्रमुखों और विधायक दल के नेताओं की एक अन्य बैठक में 9 फरवरी को शामिल होंगी।
हालांकि प्रियंका गांधी पार्टी-फोल्ड में उनकी औपचारिक शुरुआत इस महीने के अंत में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में होगी। जहां पार्टी को लोकसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने की उम्मीद है। प्रियंका के पार्टी में शामिल होने के बाद, कांग्रेस ने अपनी उत्तर प्रदेश इकाई को दो भागों में विभाजित किया- पूर्वी और पश्चिमी - पूर्वी क्षेत्र का प्रभार, प्रियंका और पश्चिमी क्षेत्र को पार्टी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को सौंपा गया है।
सपा-बसपा से कांग्रेस को कोई उम्मीद नहीं
कांग्रेस के सूत्रों का कहना है, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच चुनावी गठबंधन से किसी तरह की कोई उम्मीद नहीं है। ऐसे में प्रियंका गांधी के कंधों पर यूपी में बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। यूपी में आम चुनावों 2019 में सपा-बसपा एक साथ 37-37 सीटों पर लड़ेंगे।
प्रियंका की राजनीति में एंट्री पर बीजेपी ने किया विरोध
बीजेपी के सारे बड़े नेताओं ने प्रियंका गांधी के राजनीति में आने पर परिवारवाद का उदारहण ठहराया। बीजेपी ने कहा, प्रियंका गांधी का राजनीति में आना राहुल गांधी की नाकामी को साबित करती है।
हाल ही में बीजेपी विधायक सुरेन्द्र सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को 'रावण' और उनकी बहन प्रियंका गांधी को 'शूर्पणखा' बताया है । बैरिया से विधायक सुरेन्द्र सिंह ने कहा था, 'आप जानते हैं कि जब राम और रावण का युद्ध होने वाला था तो पहले रावण ने अपनी बहन शूर्पणखा को भेजा था ।'
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस के इस फैसले को परिवारवाद से जोड़ा था। संबित पात्रा ने कहा है कि परिवारवाद का इससे अच्छा कोई और उदारहण नहीं है। संबित पात्रा ने कहा था, आज फिर साबित हो गया कांग्रेस एक परिवार की पार्टी है क्योंकि आज पार्टी के पहले परिवार से राज्याभिषेक हुआ है।