हाथरस की कथित गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को यमुना एक्सप्रेसवे पर रोक दिया गया है। राहुल और प्रियंका के साथ रणदीप सुरजेवाला और यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी मौजूद हैं। इन्हें रोके जाने के बाद कांग्रेस नेताओं ने हाइवे पर पैदल मार्च शुरू कर दिया।
इससे पहले कांग्रेस नेताओं को नोएडा बॉर्डर पर रोके जाने की आशंका थी। हालांकि पुलिस कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस ने डीएनडी बॉर्डर पर राहुल-प्रियंका का काफिला नहीं रोका। इसके बाद माना जा रहा था कि जेवर टोल पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के काफिले को रोका जाएगा। बहरहाल, यमुना एक्सप्रेसवे पर ही कांग्रेसी नेताओं के गाड़ियों को प्रशासन ने रोक लिया है।
जहां उन्हें रोका गया था, वहां से हाथरस की दूरी 142 किलोमीटर है। इस बीच, राज्य सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने राहुल और प्रियंका पर निशाना साधते हुए कहा, 'ये जो भाई—बहन दिल्ली से चले हैं, उन्हें राजस्थान जाना चाहिये था। जहां भी ऐसी घटना होती है, वह जघन्य अपराध होता है। राजस्थान में भी वारदात हुई थी, मगर कांग्रेस हाथरस की घटना पर गंदी राजनीति कर रही है।'
बता दें कि हाथरस की पीड़िता ने 15 दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच जूझने के बाद मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था। उसके बाद जिस तरह आधी रात को उसका अंतिम संस्कार कराया गया। इस पूरी घटना को लेकर विपक्ष यूपी सरकार पर हमलावर है। राहुल और प्रियंका गांधी ने इस घटना के बाद योगी सरकार पर निशाना साधा है।
हाथरस में लगाई गई है धारा 144
हाथरस की सीमा सील कर दी गई है और धारा 144 लगा दी गई है। हाथरस के DM ने पी लश्कर ने बताया बुधवार सुबह बताआ कि प्रियंका गांधी के दौरे की उन्हें कोई खबर नहीं है। उन्होंने कहा- 'हाथरस के बॉर्डर सील हैं। जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। ऐसे में 5 से अधिक लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है। हमें प्रियंका गांधी के दौरे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। SIT आज पीड़ित परिवार के सदस्यों से मुलाकात करेगी। वहां मीडिया को वहां आने की अनुमति नहीं होगी।'
प्रियंका ने इससे पहले कल पीड़िता के परिवार से फोन पर बात की थी। प्रियंका गांधी ने बुधवार को ट्वीट किया, 'हाथरस जैसी वीभत्स घटना बलरामपुर में घटी। लड़की का बलात्कार कर पैर और कमर तोड़ दी गई। आजमगढ़, बागपत, बुलंदशहर में बच्चियों से दरिंदगी हुई। यूपी में फैले जंगलराज की हद नहीं। मार्केटिंग, भाषणों से कानून व्यवस्था नहीं चलती। ये मुख्यमंत्री की जवाबदेही का वक्त है। जनता को जवाब चाहिए।'