पीएम मोदी आर्टिकल 370 पर कर रहे हैं देश को संबोधित, जानें उनके भाषण की अहम बातें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 8, 2019 20:17 IST2019-08-08T20:17:19+5:302019-08-08T20:17:19+5:30
भारत ने सोमवार को संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को वापस लेते हुए जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों - जम्मू कश्मीर और लद्दाख - में बांट दिया था ।

पीएम मोदी आर्टिकल 370 पर कर रहे हैं देश को संबोधित, जानें उनके भाषण की अहम बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (8 अगस्त) को देश को संबोधित किया। उन्होंने ये संबोधन आर्टिकल 370 को जम्मू-कश्मीर से हटाने पर किया। पीएम मोदी ने कहा, एक राष्ट्र के तौर पर, एक परिवार के तौर पर, आपने, हमने, पूरे देश ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। एक ऐसी व्यवस्था, जिसकी वजह से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हमारे भाई-बहन अनेक अधिकारों से वंचित थे, जो उनके विकास में बड़ी बाधा थी, वो अब दूर हो गई है। भारत ने सोमवार को संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को वापस लेते हुए जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों - जम्मू कश्मीर और लद्दाख - में बांट दिया था ।
पीएम मोदी के संबोधन की अहम बातें
- केन्द्र सरकार ने आर्टिकल 370 हटाने का फैसला बहुत सोच-समझकर लिया है।
- पीएम मोदी ने कहा- जो सपना सरदार पटेल का था, बाबा साहेब अंबेडकर का था, डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का था, अटल जी और करोड़ों देशभक्तों का था, वो अब पूरा हुआ है।
- पीए मोदी ने कहा- समाज जीवन में कुछ बातें, समय के साथ इतनी घुल-मिल जाती हैं कि कई बार उन चीजों को स्थाई मान लिया जाता है। ये भाव आ जाता है कि, कुछ बदलेगा नहीं, ऐसे ही चलेगा।
- पीएम मोदी ने कहा- कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि संसद इतनी बड़ी संख्या में कानून बनाए और वो जम्मू-कश्मीर में लागू ही नहीं होता।
- पीएम मोदी ने कहा- देश के अन्य राज्यों में बच्चों को शिक्षा का अधिकार है लेकिन जम्मू-कश्मीर के बच्चे उससे वंचित रह जाते थे। देश के बेटियों को जो हक़ मिलते थे वो सारे हक़ जम्मू-कश्मीर की बेटियों को नहीं मिलते थे।
- पीएम मोदी ने कहा- देश के बाकी राज्यों में सफाई कर्मचारियों के लिए सफाई कर्मचारी कानून लागू है लेकिन जम्मू-कश्मीर में सफाई कर्मचारियों को यह अधिकार नहीं मिलते थे। देश के अन्य राज्यों में दलितों के खिलाफ उत्पीड़न के खिलाफ कड़े कानून थे लेकिन जम्मू-कश्मीर में ऐसा नहीं था। देश के अन्य राज्यों में मजूदरों को न्यूनतम मजदूरी कानून लागू था लेकिन जम्मू-कश्मीर में यह केवल कागज में लटका मिलता था।
- पीएम मोदी ने कहा- अनुच्छेद 370 के साथ भी ऐसा ही भाव था। उससे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हमारे भाई-बहनों की जो हानि हो रही थी, उसकी चर्चा ही नहीं होती थी। हैरानी की बात ये है कि किसी से भी बात करें, तो कोई ये भी नहीं बता पाता था कि अनुच्छेद 370 से जम्मू-कश्मीर के लोगों के जीवन में क्या लाभ हुआ।
PM @narendramodi addresses the nation. Watch. https://t.co/ezRaJYNDN8
— PMO India (@PMOIndia) August 8, 2019
- पीएम मोदी ने कहा- हमारे देश में कोई भी सरकार हो, वो संसद में कानून बनाकर, देश की भलाई के लिए काम करती है। किसी भी दल की सरकार हो, किसी भी गठबंधन की सरकार हो, ये कार्य निरंतर चलता रहता है। कानून बनाते समय काफी बहस होती है, चिंतन-मनन होता है, उसकी आवश्यकता को लेकर गंभीर पक्ष रखे जाते हैं।
- पीएम मोदी ने कहा, केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला बहुत सोच समझ कर लिया गया है। इसके पीछे की वजह समझना आपको जरूरी है। जब से वहाँ से गवर्नर रूल लगा है जिससे वहाँ की सरकार सीधे केंद्र सरकार के सम्पर्क में है। इसकी वजह से वहां गुड गवर्नेंस का प्रभाव जमीन पर दिखाई देने लगा है।
-पीएम मोदी ने कहा- पहले जो योजनाएं केवल कागज पर लटकी रहती थीं उन्हें जमीन पर उतारा जा रहा है। सड़कों, रेल लाइनों का काम हो, एयरपोर्ट के आधुनिकीकरण के काम को तेज गति से बढ़ाया जा रहा है।
-पीएम मोदी ने कहा- हमारे देश का लोकतंत्र इतना मजबूत है लेकिन आप यह जानकर चौंक जाएंगे कि जम्मू-कश्मीर में लाखों की संख्या में ऐसे भाई-बहन रहते हैं जिन्हें लोकसभा के चुनाव में वोट डालने का अधिकार था लेकिन उन्हें वहाँ के विधानसभा, नगरपालिका या नगरपंचायत के चुनाव में न तो चुनाव लड़ने का न ही वोट करने का अधिकार था। ये लोग हैं जो 1947 में पाकिस्तान से भारत आए थे, क्या इन लोगों के संग अन्याय ऐसे ही चलता रहता।
पीएम मोदी ने कहा- मैं जम्मू-कश्मीर को स्पष्ट करना चाहता हूँ कि आपका जनप्रतिनिधि आपके बीच से ही आएगा, आपके द्वारा ही चुना जाएगा। जैसे पहले एमएलए होते थे उसी तरह अभी भी होंगे, जैसे आपकी विधानसभा होती थी वैसे ही अभी भी होगी, जैसे आपके पहले सीएम होते थे अभी भी होंगे।
पीएम मोदी ने कहा- हमें पूरा यकीन है कि हम इस व्यवस्था में जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद से मुक्त कराएंगे। नागरिकों के जीवन में इज ऑफ लिविंग बढ़ेगी, नागरिकों को जो उनका हक़ का मिलना चाहिए वो उन्हें मिलने लगेगी, शासन-प्रशासन की व्यवस्था जनहित के हितों को आगे बढ़ाएगी तो मैं नहीं मानता कि जम्मू-कश्मीर में केंद्रशासित प्रदेश की व्यवस्था बनाए रखने की व्यवस्था रखनी पड़ेगी। हाँ वो लद्दाख में बनी रहेगी।
पीएम मोदी ने कहा- मैं चाहूँगा कि जम्मू-कश्मीर के नए नौजवान आगे आएं, वो विधायक और सांसद बने। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को आश्वासन देता हूँ कि आप लोगों को बहुत जल्द अपना जनप्रतिनिधि चुनने का अवसर मिलेगा। जैसे कुछ दिनों पहले नगरपंचायत चुनाव पारदर्शिता के साथ सम्पन्न कराएं जाएंगे उसी तरह विधान सभा के चुनाव कराए जाएंगे। पाँच साल पहले जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के पंचायत चुनावों में जो लोग चुनकर आए वो बेहतरीन काम कर रहे हैं। वो अभिनंदन के अधिकारी हैं।
- पीएम मोदी ने कहा- जो तकनीक की दुनिया से जुड़े लोग हैं उनसे मेरा आग्रह है कि अपनी नीतियों में, फैसलों में इस बात को प्राथमिकता दें कि जम्मू कश्मीर में कैसे तकनीक का विस्तार किया जाए। वहां के युवा तेजस्वी हैं। वहां जितना तकनीक का विस्तार होगा, उतना ही राज्य के लोगों का जीवन आसान होगा।
- पीएम मोदी ने कहा- सरकार इस बात का ध्यान रख रही है कि जम्मू-कश्मीर में ईद मनाने में लोगों को कोई परेशानी न हो। हमारे जो साथी जम्मू-कश्मीर से बाहर रहते हैं और ईद पर अपने घर वापस जाना चाहते हैं, उनको भी सरकार हर संभव मदद कर रही है।
-पीएम मोदी ने कहा- जम्मू-कश्मीर के साथियों को भरोसा देता हूं कि धीरे-धीरे हालात सामान्य हो जाएंगे और उनकी परेशानी भी कम होती चली जाएगी। ईद का मुबारक त्योहार भी नजदीक ही है। ईद के लिए मेरी ओर से सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
- पीएम मोदी ने कहा- हमें ये भी नहीं भूलना चाहिए कि आतंकवाद और अलगाववाद को बढ़ावा देने की पाकिस्तानी साजिशों के विरोध में जम्मू-कश्मीर के ही देशभक्त लोग डटकर खड़े हुए हैं।
- पीएम मोदी ने कहा- अनुच्छेद 370 से मुक्ति एक सच्चाई है, लेकिन सच्चाई ये भी है कि इस समय ऐहतियात के तौर पर उठाए गए कदमों की वजह से जो परेशानी हो रही है, उसका मुकाबला भी वही लोग कर रहे हैं। कुछ मुट्ठी भर लोग जो वहां हालात बिगाड़ना चाहते हैं, उन्हें जवाब भी वहां के स्थानीय लोग दे रहे हैं।
- पीएम मोदी ने कहा- मैं हर देशवासी को ये भी कहना चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों की चिंता, हम सबकी चिंता है, उनके सुख-दुःख, उनकी तकलीफ से हम अलग नहीं हैं। लेकिन मेरा उनसे आग्रह है कि वो देशहित को सर्वोपरि रखते हुए व्यवहार करें और जम्मू-कश्मीर-लद्दाख को नई दिशा देने में सरकार की मदद करें। संसद में किसने मतदान किया, किसने नहीं किया, इससे आगे बढ़कर अब हमें जम्मू-कश्मीर-लद्दाख के हित में मिलकर, एकजुट होकर काम करना है।
- पीएम मोदी ने कहा- अब लद्दाख के नौजवानों की इनोवेटिव स्पिरिट को बढ़ावा मिलेगा, उन्हें अच्छी शिक्षा के लिए बेहतर संस्थान मिलेंगे, वहां के लोगों को अच्छे अस्पताल मिलेंगे,
इंफ्रास्ट्रक्चर का और तेजी से आधुनिकीकरण होगा।