नयी दिल्ली: वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सबसे पहले मैं यूरोप में कोरोना वायरस के कारण हुई क्षति के लिए संवेदना प्रकट करता हूं। आप की तरह मैं भी भारत और EU के सम्बन्धों को और विस्तृत और गहरा बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और EU 'नेचुरल पार्टनर' हैं। हमारी साझेदारी विश्व में शांति और स्थिरता के लिए भी उपयोगी है। यह वास्तविकता आज की वैश्विक स्थिति में और भी स्पष्ट हो गयी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तत्कालीन चुनौतियों के अलावा जलवायु परिवर्तन जैसे दीर्घकालिक चुनौतियां भी हम दोनों के लिए ही प्राथमिकता हैं। भारत में नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने के हमारे प्रयत्नों में हम यूरोप के निवेश और प्रौद्योगिकी को आमंत्रित करते हैं। उन्होंने कहा कि मैं आशा करता हूँ कि इस वर्चुअल समिट के माध्यम से हमारे सम्बन्धों को गति मिलेगी। मैं आपसे बात करने के इस अवसर के लिए पुनः प्रसन्नता व्यक्त करता हूं।
भारत-ईयू शिखर सम्मेलन से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने ये कहा-
भारत-ईयू शिखर सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि इस वार्ता से यूरोप के साथ देश के आर्थिक एवं सांस्कृतिक संबंध और मजबूत होंगे। भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) ने 13 साल की वार्ता के बाद एक असैन्य परमाणु सहयोग समझौते पर मंगलवार को हस्ताक्षर किए।
दोनों पक्षों ने बुधवार को होने वाले डिजिटल शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले समझौते पर हस्ताक्षर किए। सम्मेलन का उद्देश्य व्यापार, निवेश और रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक संबंधों को बढ़ावा देना है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं आज शाम साढ़े चार बजे भारत-ईयू शिखर सम्मेलन में भाग लूंगा। मुझे भरोसा है कि यह शिखर सम्मेलन यूरोप के साथ हमारे आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करेगा।’’