बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दलगत आधार पर स्थानीय निकायों के चुनाव नहीं कराने के पूर्व में निर्णयों में अब बदलाव लाते हुए उन्हीं के दल जदयू राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने कहा है बिहार में दलगत आधार पर पंचायत चुनाव होना चाहिये।
हारी हुई पार्टी बताएगी कारण
जदयू में शामिल होने के बाद आज पहली बार मीडिया से मुखातिब होते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि तीन राज्य में कांग्रेस की जीत से लोकसभा के चुनाव पर कोई फर्क नहीं पडने वाला है। कई लोग इसे चुनाव परिणाम को अलार्मिंग बता रहे हैं। जबकि, ऐसा नहीं है। यह पूछे जाने पर की हार के कारण क्या है? इस पर प्रशांत किशोर ने कहा कि जो पार्टी हारी है वही बतायेगी की हार का क्या कारण है?
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम (जदयू और भाजपा) दो पार्टी हैं। कई मुद्दों पर हमारी सोच अलग है तो कई जगहों पर हमारी सोच एक भी है। मगर ऐसा बिल्कुल नहीं की हर समय हमारी सोच एक ही है। अगर एक सोच होती तो अलग-अलग पार्टी में नहीं होते। दोनों पार्टियों के अपने-अपने सिद्धांत हैं और हम उसी को मानते हैं।
तेजस्वी यादव पर कसा तंज
उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन सिर्फ बिहार में है क्योंकि, जदयू का प्रयास 'बिहार को टॉप-10 राज्यों में शामिल करना है। पीएम मोदी पर बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि प्रधानमंत्री का करिश्मा जनता 5 महीनों में तय करेगी। नेता के तौर पर पीएम मोदी सबसे लोकप्रिय हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में 2019 का चुनाव होगा। इसके साथ ही बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर भी तंज कसा। उन्होंने तेजस्वी को नसीहत देते हुए कहा- आपकी भाषा से संस्कार का पता चलता है। राजनीति में अच्छे भाषा का प्रयोग होना चाहिए। जिस भाषा का प्रयोग करते हैं जनता देख रही है।