PM मोदी के 21 दिन के लॉकडाउन के फैसले पर प्रशांत किशोर ने जताई नाराजगी, उठाए ये सवाल
By एस पी सिन्हा | Updated: March 25, 2020 20:45 IST2020-03-25T20:45:16+5:302020-03-25T20:45:16+5:30
गरीबों के हालात पर चिंता जताते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, गरीबों को लॉकडाउन पीरियड में कैसे मदद पहुंचाई जाएगी? इसको लेकर पूरी तैयारी नहीं दिख रही है. कोरोना वायरस से निपटने के लिए हमें कुछ कठिन दिनों का सामना करना पड सकता है.

देश में कोरोना वायरस को लेकर 21 दिन के लॉकडाउन के फैसले को देरी से लिया गया फैसला बताया है.
पटना: कोरोना से जारी जंग के बीच पूरे देश लॉकडाउन के साथ कई राज्यों में कर्फ्यू भी लगा दिया गया है. वहीं, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मोदी सरकार के देश में 21 दिन के लॉकडाउन इस फैसले पर नाराजगी जाहिर करते हुए इसपर सवाल उठाया है. प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट में लिखा, लॉक डाउन का फैसला सही हो सकता है, लेकिन 21 दिनों का वक्त थोड़ा ज्यादा लग रहा है. कोरोना वायरस से डील करने में पीछे रहने की वजह से देश को 21 दिनों का लॉकडाउन भुगतना पड़ रहा है.
गरीबों के हालात पर चिंता जताते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, गरीबों को लॉकडाउन पीरियड में कैसे मदद पहुंचाई जाएगी? इसको लेकर पूरी तैयारी नहीं दिख रही है. कोरोना वायरस से निपटने के लिए हमें कुछ कठिन दिनों का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने ट्वीट कर देश में कोरोना वायरस को लेकर 21 दिन के लॉकडाउन के फैसले को देरी से लिया गया फैसला बताया है.
उन्होंने आगे लिखा है कि गरीबों को थोड़ा मदद करने और अस्थिर तैयारी के साथ कोरोना वायरस से निपटने में हमें कुछ कठिन दिनों का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि प्रशांत किशोर के ट्वीट पर उन्हें आलोचनाओं का भी सामना करना पडा है. किरण मजूमदार ने रिट्वीट करते हुए लिखा है कि प्रशांत किशोर 21-दिवसीय कोरोना वायरस लॉकडाउन पर केंद्र में हैं. प्लीज आप वैज्ञानिक तर्क को समझे बिना इस तरह के बयान नहीं देते हैं. मेरा मानना है कि यह सही कदम है. यह हमें और अधिक परीक्षण के प्रमाण पत्र के आधार पर सूचित निर्णय लेने में मदद करेगा. कोरोना वायरस से इस समय भारत ही नहीं बल्की पूरा विश्व दहशत में है. 195 से ज्यादा देशों को इस महामारी ने अपनी चपेट में ले लिया है. जिनमें से इटली और ईरान में हालात बहुत ही खराब होते जा रहे हैं. इन देशों की हालत को देखते हुए पीएम मोदी ने मंगलवार को 14 अप्रैल 2020 तक पूरे देश में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है.