प्रशांत किशोर ने पीएम मोदी पर कसा तंज, कहा-बिहार को लालू-नीतीश के भरोसे छोड़ दिया है
By एस पी सिन्हा | Published: November 21, 2022 06:34 PM2022-11-21T18:34:54+5:302022-11-21T18:34:54+5:30
प्रशांत किशोर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार को लालू यादव और नीतीश कुमार के भरोसे छोड़ दिया है, इस कारण राज्य का सुधार नहीं हो पाया।
पटना: बिहार में जन सुराज यात्रा पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर बिहार को पिछड़ा रहने देना का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार को लालू यादव और नीतीश कुमार के भरोसे छोड़ दिया है, इस कारण राज्य का सुधार नहीं हो पाया। पीके ने कहा कि सभी दल जाति और सामाजिक समीकरणों में उलझे हुए हैं, इसलिए राज्य में बदलाव नहीं आ पा रहा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पेंडूलम की तरह झुलते रहते हैं।
पीके ने पूर्वी चंपारण में प्रधानमंत्री मोदी के साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लालू यादव के बाद बिहार की जनता ने नीतीश कुमार पर दांव लगाया। इसमें कोई दो राय नहीं है कि उन्होंने 5-7 साल काम करके दिखाया। 2005 के बाद राज्य में सुधार होता दिखा। मगर 2014 में लोकसभा के चुनाव में नीतीश कुमार चुनाव हार गए। फिर उन्होंने मान लिया कि बिहार में विकास से कुछ होने वाला नहीं है, समीकरण बनाकर किसी तरह पद पर बने रहना ही एकमात्र उपाय है।
पीके ने कहा कि बड़े-बड़े नेताओं ने बिहार को न सुधरने वाला राज्य मानकर छोड़ दिया है। इसको सुधारने का एक ही तरीका है। बिहार की जनता जब मिलकर प्रयास करेगी तभी सुधार होगा। चाहे एक प्रशांत किशोर आए या 100 पीके आ जाएं, बिहार उससे सुधरने वाला नहीं है। उन्होंने राजद प्रमुख के बारे में कहा कि लालू यादव ने लोगों के मुंह में आवाज दी, लेकिन उन्हें शिक्षा नहीं दे सके। लालू अगर लोगों को शिक्षा भी मुहैया करा देते तो बिहार में बड़ा बदलाव हो जाता।
उन्होंने कहा कि लालू यादव ने सामाजिक न्याय के नाम पर समाज को आवाज दी। जिस समाज को लालू यादव ने आवाज दी वह उनके समर्थन में नारे तो लगा सकता है, लेकिन उनकी बराबरी में कभी बैठ नहीं सकता था। लालू यादव कमजोर और पिछड़े तबके के लोगों को शिक्षा मुहैया नहीं करा पाए। पीके ने कहा कि बिहार में विकल्प नहीं है। नीतीश कुमार जब लालटेन के साथ थे और जनता ने उन्हें लालटेन के साथ के लिए वोट किया, तब वह भाजपा की तरफ हो गए। जब भाजपा के साथ थे और जनता ने उन्हें भाजपा के साथ रहने के लिए वोट दिया तो वे लालटेन की तरफ जा पहुंचे। वह पेंडुलम की तरह यहां से वहां झूलते रहते हैं।