चुनावी रणनीतिकार और जेडीयू के पूर्व उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 26 मार्च को पूरे भारत में फंसे बिहार के दिहाड़ी मजदूरों और गरीब लोगों के लिए मदद के लिए 100 करोड़ रुपये की राशि जारी की है। इसके लिए प्रशांत किशोर ने उन्हें धन्यवाद दिया है। इससे पहले 25 मार्च को किशोर ने नीतीश कुमार की आलोचना की थी।
बिहारी मजूदरों के देश के विभिन्न प्रांतों में फंसे रहने और पैदल चलकर वापस पहुंचने के खबरों के बीच बुधवार (25 मार्च) को इस संबंध में ट्वीट करते हुए बुधवार दोपहर को प्रशांत किशोर ने लिखा था, 'दिल्ली और अन्य कई जगहों पर बिहार के सैकड़ों गरीब लोग लॉकडाउन की वजह से फंसे हुए हैं। नीतीश कुमार जी, जब दुनिया भर की सरकारें अपने लोगों की मदद कर रही हैं, बिहार सरकार इनलोगों को इनके घरों तक पहुंचाने अथवा जहां ये लोग हैं, वहीं कुछ फौरी राहत की व्यवस्था क्यों नहीं कर रही है?'
कुछ देर बाद इसी ट्वीट को कोट करते हुए प्रशांत किशोर ने हैशटैग के साथ शेम ऑन नीतीश कुमार भी लिखा था। इसके बाद ट्विटर पर #shameOnNitishKumar नंबर वन पर ट्रेंड भी करने लगा।
इसके बाद 26 मार्च को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रदेश के निवासी राज्य या उसके बाहर जहां भी फंसे हों वहीं पर मदद उनकी जायेगी और उनके भोजन एवं रहने की व्यवस्था सरकार करेगी। नीतीश कुमार के निर्देश पर इसके लिए हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष से आपदा प्रबंधन विभाग को 100 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी गई है।
राशि जारी के बाद प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को टैग करके ट्वीट किया, 'तमाम सार्वजनिक आक्रोश के बाद, बिहार सरकार ने पूरे भारत में फंसे दैनिक वेतन भोगी और गरीब लोगों की मदद के लिए राहत पैकेज की घोषणा की है। इसमें मुख्यमंत्री राहत कोष से 100 करोड़ का अतिरिक्त फंड शामिल है। अपनी आवाज को उठाने के लिए आप सभी का धन्यवाद। नीतीश कुमार जी को भी धन्यवाद।'
विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बिहार सरकार ने की बात नीतीश कुमार ने कहा कि अन्य राज्यों में बिहार के जो लोग काम करते हैं और वे लॉकडाउन के कारण वहां के शहरों में फंसे हुये हैं या रास्ते में हैं उनके लिए भी राज्य सरकार नई दिल्ली स्थानीय के माध्यम से संबंधित राज्य सरकारों एवं जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर भोजन एवं रहने के लिए आवश्यक व्यस्था करेगी।
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दूसरे राज्यों में रह रहे बिहारी मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान रहने व खाने की समुचित व्यवस्था के लिए बातें की। उन्होंने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, हरियाण के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पंजाब के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल, तेलंगना व महाराष्ट्र के मुख्य सचिवों से इस बाबत बात टेलीफोन से बातें की।