नई दिल्ली: प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) शशि शेखर वेम्पति ने भारतीय महिला खिलाड़ियों के लिए एक पुरस्कार कार्यक्रम में शामिल होने का ब्रिटिश ब्रॉडकॉस्टिंग कॉरपोरेशन (BBC) का न्योता ठुकारा दिया था। पत्र लिखकर शशि शेखर वेम्पति ने बीबीसी के महानिदेशक (DG) टोनी हॉल को कहा था कि दिल्ली हिंसा उन्होंने ‘एकतरफा रिपोर्टिंग’ की है। बीबीसी के डीजी ने शशि शेखर वेम्पति के अधिकारिक पत्र का जवाब दिया है। जिसको लेकर आज (सात मार्च) किए ट्वीट में शशि शेखर ने जानाकारी दी है। शशि शेखर ने ट्वीट में लिखा है, बीबीसी के डीजी टोनी हॉल ने मेरे पत्र का जवाब दिया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि बीबीसी अपनी कवरेज और रिपोर्ट पर कायम है।
अपने एक अन्य ट्वीट में शशि शेखर ने लिखा, मैं इसके (बीबीसी) वर्ल्डवाइड एडोटोरियल के अधिकार की सराहना करता हूं। लेकिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत की अखंडता और संप्रभुता के साथ पत्रकारिता का प्रयोग के नाम पर खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है।
प्रसार भारती के CEO ने BBC के कार्यक्रम को 'एकतरफा रिपोर्टिंग' कह ठुकरा दिया था
प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर वेम्पति को आठ मार्च को नई दिल्ली में होने वाले बीबीसी के ‘इंडियन स्पोर्ट्सवूमन ऑफ द ईयर’ पुरस्कार समारोह के लिए आमंत्रित किया गया था। वेम्पति ने ब्रिटिश ब्रॉडकॉस्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) के महानिदेशक टोनी हॉल को लिखे अपने पत्र में कहा था, 'दिल्ली में हिंसा की कुछ घटनाओं की बीबीसी की हालिया कवरेज के मद्देनजर मैं ससम्मान आमंत्रण अस्वीकार करना चाहूंगा।'
उन्होंने चार मार्च को लिखे पत्र में कहा, ‘वैश्विक ख्याति रखने वाले एक सार्वजनिक प्रसारणकर्ता होने के नाते, यह दुखद है कि बीबीसी ने दिल्ली में हिंसा की घटनाओं की इस तरह की एकतरफा रिपोर्टिंग की, जिससे हिंसा का दौर रोकने में मदद नहीं मिली बल्कि इसने सिर्फ माहौल को और अधिक खराब किया तथा कानून व्यवस्था बहाल कर रहे पुलिसकर्मियों की अप्रत्यक्ष रूप से आलोचना की।’
प्रसार भारती के CEO- मैं उम्मीद करता हूं कि बीबीसी अपने संपादकीय विचारों की समीक्षा करेगा
प्रसार भारती के सीईओ ने कहा था, 'दुर्भाग्य से, पूरी खबर में बीबीसी के पत्रकारों ने कहीं भी भीड़ द्वारा पुलिसकर्मियों पर किए गए जानलेवा हमले का जिक्र नहीं किया। ऐसे हमले के चलते ड्यूटी पर मौजूद एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई और एक पुलिस उपायुक्त को गंभीर चोटें भी आईं।' इसमें कहा गया है कि बीबीसी की खबर में खुफिया ब्यूरो (आईबी) के एक अधिकारी की हत्या के बारे में कुछ नहीं कहा गया है।
वेम्पति ने कहा, ‘बीबीसी और प्रसार भारती को अवश्य ही उन राष्ट्रों की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए जहां हम काम करते हैं, यहां तक कि हम व्यापक वैश्विक भलाई के लिए बहुपक्षीय मंच पर सीमाओं से आगे जा कर सहयोग करते हैं।’उन्होंने कहा, 'मैं उम्मीद करता हूं कि बीबीसी इस तरह की खबरों पर अपने संपादकीय विचारों की समीक्षा करेगा।'