केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने साफ किया है कि शिवसेना सांसद अब लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के साथ बैठेंगे। रविवार को उन्होंने बताया कि एनडीए की बैठकों में शिवसेना शामिल नहीं हो रही है। उनके मंत्री अरविंद सावंत ने इस्तीफा दे दिया है। वो कांग्रेस के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। जाहिर सी बात है कि वो विपक्ष में बैठना चाहते हैं। हमने लोकसभा और राज्यसभा में उन्हें विपक्ष में सीट आवंटित की है।
राज्यसभा में शिवसेना के 4 सांसद है वहीं लोकसभा में इसके 18 सांसद हैं। अभी हाल ही में शिवसेना के मंत्री अरविंद सावंत ने पद से इस्तीफा दिया था। वह मोदी सरकार में मंत्री थे। संसद का यह शीतकालीन सत्र 18 नवंबर से शुरू होकर 13 दिसंबर तक चलेगा।
288 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 105 सीटें और शिवसेना ने 56 सीटें जीती थीं, जो सरकार बनाने के लिये बहुमत के आंकड़े को छू रही थीं। कांग्रेस और राकांपा ने क्रमश: 44 और 54 सीटें जीती थीं। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मंगलवार को केंद्र को एक रिपोर्ट भेजकर मौजूदा स्थिति को देखते हुए राज्य में स्थिर सरकार के गठन को असंभव बताया था, जिसके बाद से राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू है।