Pralay Missile: सतह से सतह पर मार, चीन और पाकिस्तान को टेंशन देगा ‘प्रलय’, चीन की ‘डोंग फेंग 12’ और रूस की ‘इस्कंदर’ से टक्कर, जानें और खासियत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 7, 2023 04:53 PM2023-11-07T16:53:46+5:302023-11-07T16:55:11+5:30
Pralay Missile: पड़ोसी देशों चीन एवं पाकिस्तान के साथ लगती भारत की सीमाओं पर रक्षा जरूरतों के मद्देनजर इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया है।
Pralay Missile: भारत ने ओडिशा तट के पास अब्दुल कलाम द्वीप से सतह से सतह पर मार करने वाली कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (एसआरबीएम) ‘प्रलय’ का मंगलवार को सफल परीक्षण किया। एक रक्षा अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि पड़ोसी देशों चीन एवं पाकिस्तान के साथ लगती भारत की सीमाओं पर रक्षा जरूरतों के मद्देनजर इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया है। अधिकारी ने बताया कि पूर्वाह्न करीब नौ बजकर 50 मिनट पर प्रक्षेपित की गई मिसाइल ने अपने सभी मिशन उद्देश्यों को पूरा किया।
#DRDO today successfully tested the #Pralay tactical ballistic missile off the coast of Balasore in #Odisha. pic.twitter.com/nE5o0ndwLV
— Indian Aerospace Defence News - IADN (@NewsIADN) November 7, 2023
उन्होंने बताया कि समुद्र तट के पास कई उपकरणों ने इसके प्रक्षेपण पथ पर नजर रखी। अधिकारी ने कहा कि ‘प्रलय’ 350-500 किलोमीटर की कम दूरी वाली सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है, जो 500 से 1,000 किलोग्राम का पेलोड साथ ले जाने में सक्षम है। ठोस-ईंधन, युद्धक्षेत्र मिसाइल पृथ्वी रक्षा वाहन पर आधारित है।
उन्होंने बताया कि ‘प्रलय’ को वास्तविक नियंत्रण रेखा और नियंत्रण रेखा के पास तैनात करने के लिए विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि ‘प्रलय’ मिसाइल की तुलना चीन की ‘डोंग फेंग 12’ और रूस की ‘इस्कंदर’ से की जा सकती है। ‘इस्कंदर’ का इस्तेमाल यूक्रेन के साथ युद्ध में किया गया था। पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली में भी सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल हैं। भाषा सिम्मी पवनेश पवनेश