मुंबई, 22 जुलाई: मुंबई कांग्रेस ने हाल ही में एक पोस्टर जारी किया है, जिसके बाद से वह काफी वायरल हुआ है। दरअसल, इस पोस्टर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पीएम नरेन्द्र मोदी के गले लगने वाली फोटो है। इसके साथ ही एक टैग लाइन भी है। जिसमे लिखा है 'नफरत से नहीं प्यार से जीतेंगे'। इसके अलावा पोस्टर में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और संजय निरूपम भी है। संजय निरूपम ने ही यह पोस्टर बनवाया है।
बता दें कि मानसून सत्र 2018 में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाषण दिया। भाषण के दौरान राहुल अपनी जगह से उठाकर पीएम मोदी से गले मिले। इस पोस्टर में वहीं फोटों ली गई है। लोकसभा सदन में बोली गई बातों को अब टैग लाइन की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। इसपर राजनैतिक जानकारों का कहना है कि यह कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा है। जिसके द्वारा वह दिखाने की कोशिश में जुटीं है कि कैसे प्रेम भाव से अपने राजनीति के दुश्मनों को हराया जाए।
ये भी पढ़ें: बढ़ सकती हैं राहुल गांधी की मुश्किलें, बीजपी सांसदों ने भेजा विशेषाधिकार हनन का नोटिस
मानसून सत्र के तीसरे दिन अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 15 मिनट का भाषण दिया था। 15 मिनट के भाषण में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला था। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी स्पीच की शुरूआत में सरकार पर निशाना साधते हुए उनके द्वारा दिए गए जुमले गिनाए। उन्होंने जुमला स्ट्राईक करार देते हुए जुमले गिनाए- जुमला नंबर एक- 15 लाख रुपये हर खाते में आने वाले हैं। जुमला नंबर दो- दो करोड़ युवाओं को रोजगार मिलेगा, लेकिन सिर्फ 4 लाख को मिला।
युवाओं ने प्रधानमंत्री पर भरोसा किया, लेकिन उन्हें धोखा मिला। रोजगार के लिए चाइना से सीख लेने की बात कही। राहुल ने बताया कि पीएम कभी कहते हैं पकोड़े बनाओ, कभी कहते हैं दुकान खोलों। इसके अलावा राहुल ने कहा कि जीएसटी कांग्रेस लाई, आपने विरोध किया, हम एक जीएसटी चाहते थे लेकिन आपने विरोध किया। प्रधानमंत्री की जीएसटी ने छोटे-छोटे से लोगों के घरों में इंकम टैक्स को डाला, आपने लोगों को बर्बाद किया।
ये भी पढ़ें: राहुल ने PM मोदी को अपमानित करने के लिए नहीं मारी थी आंख, बल्कि इस वजह से हुई ये हरकत
रफेल हवाई जहाज 520 करोड़ रुपये का प्रति हवाई जहाज फांस गए और जादू से प्रति हवाई जहाज 1600 करोड़ रुपये हो गया। लेकिन रक्षामंत्री रिपोर्ट देने से पलट गईं, कहा- फ्रांस और भारत के बीच सीक्रेसी साइन हुआ है। लेकिन फ्रांस के राष्ट्रपति ने मुझे बताया की ऐसा कुछ नहीं है। प्रधानमंत्री के दबाव में आकर निर्मला सीतारमन ने देश से छूट बोला। विदेश नीति पर बोलते हुए
इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने चाईना के राष्ट्रपति के साथ गुजरात में झूला झूला। इसके बाद चीन अपनी सेना को डोकलाम में डालता है। हमारे सैनिकों ने शक्ति दिखाई और वो खड़े हुए। लेकिन कुछ दिन बाद प्रधानमंत्री बिना एजेंडा के चाइन जाते हैं हम डोकलाम नहीं उठाएगें। सैनिकों को प्रधानमंत्री ने धोखा दिया।
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर सब्सक्राइब करें।