लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण के कुछ अंश हटाए गए, आरएसएस ने की कांग्रेस नेता की आलोचना

By मनाली रस्तोगी | Updated: July 2, 2024 11:45 IST2024-07-02T11:44:35+5:302024-07-02T11:45:51+5:30

लोकसभा में अल्पसंख्यकों, नीट विवाद और अग्निपथ योजना सहित विभिन्न मुद्दों पर केंद्र सरकार पर निशाना साधने वाले राहुल गांधी के भाषण के कुछ हिस्सों को अध्यक्ष के आदेश पर संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया है।

Portions of Rahul Gandhi's speech in Lok Sabha expunged; RSS slams Congress MP | लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण के कुछ अंश हटाए गए, आरएसएस ने की कांग्रेस नेता की आलोचना

लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण के कुछ अंश हटाए गए, आरएसएस ने की कांग्रेस नेता की आलोचना

Highlightsहिंदुओं पर राहुल गांधी के भाषण का सत्ता पक्ष ने भारी विरोध कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहने के लिए कांग्रेस नेता की आलोचना की। हटाए गए हिस्सों में हिंदुओं और पीएम नरेंद्र मोदी-बीजेपी-आरएसएस समेत अन्य पर उनकी टिप्पणियां शामिल हैं।

नई दिल्ली: हिंदुओं पर राहुल गांधी के भाषण का सत्ता पक्ष ने भारी विरोध कर रही है। यही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहने के लिए कांग्रेस नेता की आलोचना की। इस बीच लोकसभा में अल्पसंख्यकों, नीट विवाद और अग्निपथ योजना सहित विभिन्न मुद्दों पर केंद्र सरकार पर निशाना साधने वाले राहुल गांधी के भाषण के कुछ हिस्सों को अध्यक्ष के आदेश पर संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया है।

हटाए गए हिस्सों में हिंदुओं और पीएम नरेंद्र मोदी-बीजेपी-आरएसएस समेत अन्य पर उनकी टिप्पणियां शामिल हैं। उद्योगपतियों अडानी और अंबानी और अग्निवीर योजना पर कांग्रेस सांसद की टिप्पणियों के अंश भी हटा दिए गए। लगभग एक घंटे 40 मिनट तक चले राहुल गांधी के भाषण के दौरान मोदी के अलावा कम से कम पांच कैबिनेट मंत्रियों ने हस्तक्षेप किया। इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनसे माफी की मांग की।

राहुल गांधी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में अपने पहले भाषण में कहा, "यह सिर्फ एक धर्म नहीं है जो साहस की बात करता है। वास्तव में, हमारे सभी धर्म साहस की बात करते हैं।" कांग्रेस नेता संसद की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान बोल रहे थे। राहुल गांधी ने यह बताने के लिए पैगंबर मुहम्मद का भी हवाला दिया कि कुरान निडरता की बात करता है।

भगवान शिव, गुरु नानक और ईसा मसीह की तस्वीरें हाथ में लेते हुए राहुल गांधी ने निर्भयता के महत्व को रेखांकित करने के लिए हिंदू धर्म, इस्लाम, सिख धर्म, ईसाई धर्म, बौद्ध धर्म और जैन धर्म का उल्लेख किया। उन्होंने भगवान शिव के गुणों और गुरु नानक, ईसा मसीह, बुद्ध और महावीर की शिक्षाओं का हवाला देते हुए कहा कि देश के सभी धर्मों और महान लोगों ने कहा है "डरो मत, डराओ मत।"

इस बीच पीएम मोदी ने गांधी के भाषण में हस्तक्षेप करते हुए कहा, "यह मुद्दा बहुत गंभीर है। पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहना गंभीर मुद्दा है।" अमित शाह ने उन करोड़ों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए कांग्रेस नेता से सदन और देश से माफी मांगने की मांग की, जो खुद को हिंदू बताने में गर्व महसूस करते हैं। 

राहुल गांधी ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी और सरकार के आदेश पर मुझ पर हमला किया गया। (मेरे खिलाफ) 20 से अधिक मामले थे, दो साल की जेल की सजा हुई, (मेरा) घर छीन लिया गया, (मुझसे) ईडी ने 55 घंटे की पूछताछ की।" जैसे ही कांग्रेस नेता ने भगवान शिव की तस्वीर पकड़ी, स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें याद दिलाया कि नियम सदन में तख्तियां प्रदर्शित करने की अनुमति नहीं देते हैं।

अग्निपथ योजना पर राहुल गांधी के आरोपों का खंडन करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हस्तक्षेप किया। वहीं, राहुल गांधी के आरोपों का आरएसएस ने भी जवाब दिया। सुनील अम्बेकर ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि संसद में महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोग हिंदुत्व को हिंसा से जोड़ रहे हैं। चाहे विवेकानन्द हों या गांधी...हिन्दुत्व सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक है।"

Web Title: Portions of Rahul Gandhi's speech in Lok Sabha expunged; RSS slams Congress MP

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे