बिहार-झारखंड की सीमा पर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में एक नक्सली को किया ढेर, दूसरी कार्रवाई में एक हार्डकोर नक्सली चढ़ा पुलिस के हत्थे
By एस पी सिन्हा | Published: August 11, 2019 01:11 AM2019-08-11T01:11:14+5:302019-08-11T08:58:17+5:30
पहला बिहार-झारखंड बॉर्डर पर एसटीएफ ने सर्च ऑपरेशन में कुख्यात नक्सली लालदास मोची उर्फ मुकेश को ढेर कर दिया
बिहार में नक्सलियों के खिलाफ की गई कार्रवाई में एसटीएफ को दो बडी कामयाबी हासिल हुई. पहला बिहार-झारखंड बॉर्डर पर एसटीएफ ने सर्च ऑपरेशन में कुख्यात नक्सली लालदास मोची उर्फ मुकेश को ढेर कर दिया. वहीं, लखीसराय में एसटीएफ ने एरिया कमांडर शंकर यादव को नक्सल प्रभावित पीरीबाजार थाना क्षेत्र के लठिया कोल जंगल से गिरफ्तार कर लिया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार-झारखंड के बॉर्डर इलाके में नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान चलाया जा रहा है. इसी दौरान बिहार एसटीएफ के मुठभेड नक्सलियों से हुई है. इसमें नक्सलियों से मुठभेड में एसटीएफ ने एक कुख्यात नक्सली लाल दास मोची उर्फ मुकेश को मार गिराया है. इसके साथ ही सुरक्षाबलों ने चार अन्य नक्सलियों को भी गिरफ्तार किया है. अब गिरफ्तार नक्सलियों से पूछताछ की जा रही है. एसटीएफ ने मौके से कई हथियार भी बरामद किए हैं. जिसमें इंसास राइफल शामिल है.
साथ ही 125 जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया है. बताया जा रहा है कि मुठभेड के दौरान कई नक्सलियों को गोली भी लगी है. हालांकि, वह फरार होने में सफल हो गए. मुठभेड के बाद अब नक्सलियों को ढूंढा जा रहा है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. यह घटना चौपारण (हजारीबाग, झारखंड) थाना क्षेत्र में बिहार से सटे इलाके में हुई.
बताया जाता है कि यहां प्रद्युम्न शर्मा के दस्ता से जुडे नक्सलियों और एसटीएफ के बीच मुठभेड हुई. मुकेश पटना जिले के दनारा के भगवानपुर का निवासी था और वह 17 नक्सली वारदातों को अंजाम दे चुका था. वहीं लखीसराय से गिरफ्तार नक्सली की गिरफ्तारी भी बडी कामयाबी मानी जा रही है.
एसपी सुशील कुमार के मुताबिक गिरफ्तार नक्सली पर एक दर्जन से ज्यादा संगीन मामले दर्ज है. इस पर लखीसराय, जमुई और मुंगेर में काफी सारे मामले दर्ज हैं, एसपी ने बताया कि नक्सली शंकर यादव छुट्टियों में अपने घर आया हुआ था. इसी दौरान पुलिस को इसकी भनक लगी और इसे गिरफ्तार कर लिया गया. इस ऑपरेशन में जमालपुर एसटीएफ और कोबरा 207 बटालियन की टीम शामिल थी. शंकर यादव पिछले पांच सालों से नक्सली संगठन मे सक्रिय था और हार्डकोर नक्सली परवेज की टीम मे शामिल था. हाल के दिनों में यह युवाओं को नक्सल संगठन में शामिल करवाने का काम करता था.