PM Security Breach: सिद्धू का पीएम मोदी पर तंज, कहा- किसान एक साल तक रुके रहे और प्रधानमंत्री 15 मिनट में परेशान हो गए
By रुस्तम राणा | Published: January 6, 2022 09:48 PM2022-01-06T21:48:52+5:302022-01-06T21:54:52+5:30
सिद्धू ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री साहब, मैं आपसे कहना चाहता हूं कि हमारे किसान भाई दिल्ली की सीमाओं पर एक साल से अधिक समय तक डटे रहे....मुझे बताइए कि वे डेढ़ साल तक रुके रहे। आपके मीडिया ने कुछ नहीं कहा। कल आपको 15 मिनट तक इंतजार करना पड़ गया।’’
चंडीगढ़: पंजाब में पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा 'चूक' मामले में सियासत जमकर हो रही है। जहां बीजेपी राज्य की चन्नी सरकार पर हमलावर है तो वहीं कांग्रेस मामले को ड्रामा बता रही है। कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने पीएम मोदी की सुरक्षा में ‘चूक’ मामले में बृहस्पतिवार को कहा कि मोदी 15 मिनट तक इंतजार करने से परेशान हो गए, जबकि किसान केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल तक प्रदर्शन करते रहे।
उन्होंने बरनाला में एक सभा को संबोधित करने के दौरान कहा, ‘‘प्रधानमंत्री साहब, मैं आपसे कहना चाहता हूं कि हमारे किसान भाई दिल्ली की सीमाओं पर एक साल से अधिक समय तक डटे रहे....मुझे बताइए कि वे डेढ़ साल तक रुके रहे। आपके मीडिया ने कुछ नहीं कहा। कल आपको 15 मिनट तक इंतजार करना पड़ गया।’’
सिद्धू ने सवाल किया, ‘‘यह दोहरा मापदंड क्यों है?’’ उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा करके प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के पास जो बचा-खुचा था, उसे भी छीन लिया। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि फिरोजपुर में बुधवार को प्रस्तावित रही प्रधानमंत्री की रैली में सिर्फ 500 लोग पहुंचे थे।
सिद्धू ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रैली में खाली कुर्सियों को ‘बेशर्मी से’ संबोधित किया। बाद में उन्होंने ट्वीट करके आरोप लगाया कि रैली में लोगों के नहीं आने से ध्यान भटकाने के लिए पूरी कहानी बनाई गई।
उल्लेखनीय है कि चुनावी राज्य पंजाब के दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में बुधवार को उस वक्त ‘‘गंभीर चूक’’ की घटना हुई, जब फिरोजपुर में कुछ प्रदर्शनकारियों ने एक सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया जहां से उन्हें गुजरना था। इस वजह से प्रधानमंत्री एक फ्लाईओवर पर 20 मिनट तक फंसे रहे।
घटना के बाद प्रधानमंत्री दिल्ली लौट गए। वह ना तो किसी कार्यक्रम में शामिल हुए और ना ही दो साल के बाद राज्य में अपनी पहली रैली को संबोधित कर सके।