PM मोदी आज इन तीन देशों की यात्रा के लिए हो रहे हैं रवाना, सुरक्षा सहित कई मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद
By रामदीप मिश्रा | Published: July 23, 2018 05:20 AM2018-07-23T05:20:38+5:302018-07-23T05:20:38+5:30
शिखर सम्मेलन के इतर भी प्रधानमंत्री के कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय मुलाकात करने की संभावना है। अपनी यात्रा के पहले चरण में प्रधानमंत्री जब रवांडा पहुंचेंगे तो रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागामे उनका स्वागत करेंगे।
नई दिल्ली, 23 जुलाईः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज से 27 जुलाई तक रवांडा, युगांडा और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर जा रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के दौरान वह ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, जिसमें अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा समेत कई वैश्विक महत्व के मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। 23 से 27 जुलाई तक तीन देशों के अपने दौरे में प्रधानमंत्री सबसे पहले दो दिन की ऐतिहासिक यात्रा पर रवांडा जाएंगे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली रवांडा यात्रा होगी।
इसके बाद वह 24 जुलाई को युगांडा जाएंगे और यहां से उनका अगला पड़ाव दक्षिण अफ्रीका होगा। मोदी जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के 10 वें संस्करण में हिस्सा लेंगे जिसमें समूह के नेताओं के अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा, वैश्विक शासन और कारोबार समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा करने की उम्मीद है।
शिखर सम्मेलन के इतर भी प्रधानमंत्री के कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय मुलाकात करने की संभावना है। अपनी यात्रा के पहले चरण में प्रधानमंत्री जब रवांडा पहुंचेंगे तो रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागामे उनका स्वागत करेंगे। इस दौरान वह प्रतिनिधिमंडल स्तरीय बातचीत करेंगे, किगाली जीनोसाइड मेमोरियल में श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और व्यापार मंच को संबोधित करेंगे। इसके अलावा वह भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिलेंगे।
इस दौरान एक रक्षा सहयोग समझौते होने की भी उम्मीद है। तिरूमूर्ति ने कहा कि भारत बहुत जल्द रवांडा में एक मिशन खोल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे की एक और महत्वपूर्ण बात रवेरू मॉडल गांव का दौरा कर रवांडा की ‘गिरिंका ’ योजना के लिये 200 गायों तो तोहफे में देना है।
यह पूछे जाने पर कि क्या अफ्रीका में प्रभाव बढ़ाने के लिये भारत और चीन में कोई होड़ हो रही है क्योंकि मोदी की यात्रा से ठीक पहले चीनी राष्ट्रपति भी रवांडा का दौरा कर रहे हैं, विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ हम अफ्रीकी देशों के साथ अपने रिश्तों को दूसरे देशों के साथ रिश्ते के नजरिये से नहीं देखते।’’
(खबर इनपुट-भाषा)