Thailand-Sri Lanka visit: 3-6 अप्रैल को थाईलैंड-श्रीलंका की यात्रा पर रहेंगे पीएम मोदी?, नई घोषित ‘महासागर नीति’ सहित कई मुद्दे पर चर्चा, जानिए शेयडूल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 28, 2025 12:03 IST2025-03-28T12:01:39+5:302025-03-28T12:03:01+5:30
Thailand-Sri Lanka visit: प्रधानमंत्री की थाईलैंड और श्रीलंका की यात्रा तथा छठे ‘बिम्सटेक’ शिखर सम्मेलन में उनकी भागीदारी भारत की ‘पहले पड़ोसी’ नीति, ‘एक्ट ईस्ट’ नीति, ‘महासागर’ दृष्टिकोण और हिंद-प्रशांत के दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि करेगी।

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नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले सप्ताह थाईलैंड और श्रीलंका की यात्रा पर जाएंगे, जिसमें भारत की नई घोषित ‘महासागर नीति’ के तहत क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने और स्थिर तथा समृद्ध हिंद-प्रशांत के लिए दृष्टिकोण पर व्यापक ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यात्रा के पहले चरण में, प्रधानमंत्री थाईलैंड द्वारा आयोजित छठे ‘बिम्सटेक’ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तीन से चार अप्रैल तक बैंकॉक का दौरा करेंगे। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि यह प्रधानमंत्री की थाईलैंड की तीसरी यात्रा होगी।
थाईलैंड से, मोदी कोलंबो के शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत करने की खातिर तीन दिवसीय यात्रा के लिए श्रीलंका जाएंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री की थाईलैंड और श्रीलंका की यात्रा तथा छठे ‘बिम्सटेक’ शिखर सम्मेलन में उनकी भागीदारी भारत की ‘पहले पड़ोसी’ नीति, ‘एक्ट ईस्ट’ नीति, ‘महासागर’ दृष्टिकोण और हिंद-प्रशांत के दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि करेगी।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस की अपनी हालिया यात्रा के दौरान ग्लोबल साउथ के साथ भारत की भागीदारी के लिए ‘महासागर’ यानी ‘‘क्षेत्रों में सुरक्षा और विकास के लिए पारस्परिक और समग्र उन्नति’’ के दृष्टिकोण की घोषणा की थी। भारत और थाईलैंड के अलावा, बिम्सटेक (बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन) में श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमा, नेपाल और भूटान भी शामिल हैं। बैंकॉक शिखर सम्मेलन में, बिम्सटेक नेताओं द्वारा सदस्य देशों के बीच सहयोग में अधिक गति लाने के तौर-तरीकों और साधनों पर विचार-विमर्श किए जाने की उम्मीद है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘नेताओं के बिम्सटेक फ्रेमवर्क के भीतर सहयोग बढ़ाने के लिए विभिन्न संस्थान और दक्षता विकास के उपायों पर भी चर्चा करने की उम्मीद है।’’ इसमें कहा गया है कि भारत क्षेत्रीय सहयोग और साझेदारी को मजबूत करने के लिए बिम्सटेक में कई पहल कर रहा है, जिसमें सुरक्षा बढ़ाना, व्यापार और निवेश को सुविधाजनक बनाना, सपंर्क को बढ़ावा देना और खाद्य, ऊर्जा, जलवायु तथा मानव सुरक्षा में सहयोग करना आदि शामिल हैं। द्विपक्षीय मोर्चे पर मोदी तीन अप्रैल को थाईलैंड के प्रधानमंत्री के साथ बैठक करेंगे।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, समझा जाता है कि कि दोनों प्रधानमंत्री द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा और देशों के बीच भविष्य की साझेदारी का मार्ग प्रशस्त करेंगे। भारत और थाईलैंड समुद्री पड़ोसी हैं और दोनों बीच सभ्यतागत संबंध हैं, जो सांस्कृतिक, भाषाई और धार्मिक संबंधों पर आधारित हैं।
थाईलैंड से, प्रधानमंत्री मोदी चार अप्रैल को तीन दिवसीय यात्रा पर श्रीलंका जाएंगे। कोलंबो में, मोदी श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ चर्चा करेंगे। मोदी कोलंबो में वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों और राजनीतिक नेताओं के साथ भी बैठक करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री भारतीय वित्तीय सहायता से कार्यान्वित विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के लिए अनुराधापुरा भी जाएंगे।’’