UN में पीएम मोदी ने कहा- 15 करोड़ घरों को पानी की सप्लाई से जोड़ेंगे, 2022 तक गरीबों के लिए 2 करोड़ घर बनाएंगे
By रोहित कुमार पोरवाल | Updated: September 27, 2019 20:40 IST2019-09-27T20:33:55+5:302019-09-27T20:40:07+5:30
पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में करीब 17 मिनट का भाषण दिया। दूसरी बार पीएम बनने के बाद सयुंक्त राष्ट्र में यह उनका पहला भाषण था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। (फोटो- एएनआई)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी अमेरिकी यात्रा के छठें और आखिरी दिन न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र महासभा के मुख्यालय में भाषण दिया। पीएम मोदी ने दुनिया के लिए भारत की भूमिका के साथ-साथ अपनी सरकार की महात्वाकांक्षी योजनाओं के बारे में भी बताया। पीएम मोदी ने देशवासियों को पानी सप्लाई और गरीबों लोगों को घर मुहैया कराने की सरकारी की भावी योजना को लेकर जिक्र किया।
पीएम मोदी ने कहा, ''अगले 5 वर्षों में हम जल संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ ही 15 करोड़ घरों को पानी की सप्लाई से जोड़ने वाले हैं। 2022 में जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष का पर्व मनाएगा, तब तक हम गरीबों के लिए 2 करोड़ और घरों का निर्माण करने वाले हैं।''
इस मौके पर उन्होंने एक बार फिर देश की जनता के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, ''दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में, दुनिया में सबसे ज्यादा लोगों ने वोट देकर, मुझे और मेरी सरकार को पहले से ज्यादा मजबूत जनादेश दिया। इस जनादेश की वजह से ही आज फिर मैं यहां हूं।''
पीएम मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए यूएन और पूरे विश्व को जिम्मेदारी का अहसास दिलाते हुए कहा, ''भारत जिन विषयों को उठा रहा है, जिन नए वैश्विक मंचों के निर्माण के लिए भारत आगे आया है, उसका आधार वैश्विक चुनौतियां हैं, वैश्विक विषय हैं और गंभीर समस्याओं के समाधान का सामूहिक प्रयास है। यूएन पीस कीपिंग मिशंन में सबसे बड़ा बलिदान अगर किसी देश ने दिया है, तो वो देश भारत है।
हम उस देश के वासी हैं जिसने दुनिया को युद्ध नहीं बुद्ध दिए हैं, शांति का संदेश दिया है। हमारी आवाज में आतंक के खिलाफ दुनिया को सतर्क करने की गंभीरता भी है और आक्रोश भी।
हम मानते हैं कि ये किसी एक देश की नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की और मानवता की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। आतंक के नाम पर बटी हुई दुनिया, उन सिद्धांतों को ठेस पहुंचाती है, जिनके आधार पर UN का जन्म हुआ है।
इसलिए मानवता की खातिर आतंक के खिलाफ पूरे विश्व का एकमत होना, एकजुट होना मैं अनिवार्य समझता हूं।''
बता दें कि पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में करीब 17 मिनट का भाषण दिया। दूसरी बार पीएम बनने के बाद सयुंक्त राष्ट्र में यह उनका पहला भाषण था।