उत्तर प्रदेश: आज बलरामपुर जाएंगे पीएम नरेन्द्र मोदी, सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का करेंगे उद्घाटन
By रुस्तम राणा | Published: December 11, 2021 07:53 AM2021-12-11T07:53:29+5:302021-12-11T07:53:29+5:30
पीएम मोदी यूपी के बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर से होकर गोरखपुर तक जाने वाली 318 किलोमीटर लम्बी और करीब 9,800 करोड़ रुपए की लागत वाली सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन करेंगे।
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के लाखों किसानों को बड़ी सौगात सौंपेंगे। पीएम मोदी यूपी के बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर से होकर गोरखपुर तक जाने वाली 318 किलोमीटर लम्बी और करीब 9,800 करोड़ रुपए की लागत वाली सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन करेंगे। इस परियोजना के तहत 14 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा और क्षेत्र के लगभग 29 लाख किसानों को फायदा पहुंचेगा।
बलरामपुर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई की रही है कर्मभूमि
बलरामपुर देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की कर्मभूमि भी रह चुकी है और 25 दिसंबर को उनका 97वां जन्मदिन मनाया जाएगा। बलरामपुर से अटल बिहारी वाजपेई दो बार सांसद चुनकर गए थे। उन्होंने जनसंघ से साल 1957 और 1967 बलरामपुर संसदीय क्षेत्र से चुनकर संसद के पटल पर पहुंचे थे। पीएम मोदी यहां होने वाली सभा में अटल बिहारी का जिक्र कर सकते हैं।
पूर्ववर्ती सरकारों पीएम मोदी ने साधा निशाना
वहीं इस परियोजना को लेकर पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘आपको जानकर हैरानी होगी कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना पर 1978 में काम शुरू हुआ था लेकिन दशकों तक यह परियोजना कभी पूरी नहीं हुई। खर्च बढ़ गया और लोगों की परेशानी भी बढ़ गई। जो परियोजना चार दशक से अधूरी थी, उसे चार साल में पूरा किया गया है।’’
You would be shocked to know that work on the Saryu Nahar National Project began in 1978 but for decades, the project was never completed. Costs increased and so did people’s woes.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 10, 2021
A project that was incomplete for four decades has been finished in four years.
किसानों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है यह परियोजना
पीएमओ के मुताबिक किसानों के कल्याण और उनके सशक्तीकरण के साथ ही राष्ट्रीय महत्व की लंबित परियोजनाओं को प्राथमिकता के साथ पूरा करने की प्रतिबद्धता की वजह से प्रधानमंत्री ने इस परियोजना पर अपना ध्यान केंद्रित किया। इस परियोजना को पूरा करने के मकसद से मोदी, वर्ष 2016 में इसे प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत ले आए और इसे समय सीमा के भीतर पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया।
9800 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह सिंचाई परियोजना
पीएमओ ने कहा कि इस परियोजना को 9800 करोड़ रुपये में पूरा किया गया। इसमें से 4600 करोड़ रुपये का प्रावधान पिछले चार वर्षों में किया गया। पीएमओ ने कहा कि अब क्षेत्र के किसान बड़े स्तर पर पैदावार कर सकेंगे और क्षेत्र की कृषि उत्पादक क्षमता का लाभ उठाएंगे।