नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम पंचायत के सदस्यों को को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। इस अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने ई-ग्राम स्वराज पोर्टल और मोबाइल एप का शुभारंभ भी किया है। संबोधन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के एक बयान का जिक्र भी किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने सरपंचों और प्रधानों से केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में पूछा। जिसमें जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने सरपंचों से सवाल करते हुए पूछा, पहले लोग कहते थे कि केंद्र से 1 रुपया चलता है तो केवल 15 पैसा ही पहुंचता है। आज 1 रुपया निकलता है तो 100 के 100 लाभार्थियों के खाते में जमा हो जाता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने यूपी के सरपंच से पूछा कि क्या अब गांव में लोगों के पास पूरा पैसा पहुंचता है? जिसके बाद सरपंच ने जवाब दिया कि क्षेत्र के लोग काफी संतुष्ट हैं।
बता दें कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अपने एक भाषण में कहा था कि अगर दिल्ली से एक रुपया चलता है तो गरीब के पास सिर्फ 15 पैसे पहुंचते हैं। राजीव गांधी के इस भाषण का इस्तेमाल कर बीजेपी के कई नेता पहले भी तंज कर चुके हैं।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में जानें और क्या-क्या कहा?
पीएम मोदी ने कहा, भारत में यह विचार सदियों से रहा है लेकिन बदली परिस्थितियों ने हमें फिर से याद दिलाया है कि हमें आत्मनिर्भर बनना ही होगा। कोरोना संकट ने अपना सबसे बड़ा संदेश, सबसे बड़ा सबक हमें दिया है कि अब हमें आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा।
पीएम मोदी ने कहा, हमारे यहां शास्त्रों में कहा गया है कि बड़ी से बड़ी शक्ति का केंद्र, एकजुटता में ही है। इसलिए आज की परिस्थिति में देश को आगे ले जाने की शुरुआत, देश को आत्मनिर्भर बनाने की शुरुआत गांवों की सामुहिक शक्ति से ही है। आप सभी की एकजुटता से ही ये संभव होगा।
पीएम मोदी ने कहा, हमें हर प्रकार की गलतफहमी से लोगों को बाहर निकालना है। हर परिवार तक सही जानकारी, चाहे वो बचाव को लेकर हो या फिर इसके इलाज के लिए, ये जानकारी पहुंचनी ही चाहिए। इसके लिए आप छोटी-छोटी टोलियां बनाकर जागरूकता के अभियान को तेज कर सकते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, हमें ये ध्यान रखना है कि शारीरिक दूरी, गांव-गांव, गली-गली दो गज की दूरी, मुंह को फेस कवर या मास्क से ढंकना और अपने हाथों की बार-बार साफ-सफाई ही आने वाले दिनों में भी हमारे लिए इस बीमारी से बचाव की सबसे बड़ी दवा है।