वाराणसी, 14 जुलाई: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में सिटी गैस वितरण (सीजीडी) नेटवर्क का लोकार्पण किया। इसके जरिये शहर में ‘प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा’ योजना के तहत घरों, वाहनों तथा उद्योगों के लिए पर्यावरण अनुकूल प्राकृतिक गैस की आपूर्ति की जाएगी।
यह नेटवर्क सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी गेल (इंडिया) लिमिटेड द्वारा 755 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित किया जा रहा है। कंपनी के मुताबिक वाराणसी सीजीडी नेटवर्क के दायरे में 1535 वर्ग किलोमीटर का इलाका आएगा और इससे 36.76 लाख लोगों को सेवाएं दी जाएंगी।
परियोजना के तहत दो कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) स्टेशनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है। ऐसे 18 और स्टेशन आने वाले वर्षों में स्थापित किए जाएंगे। अनुमान है कि इससे वाराणसी शहर में करीब 20,000 वाहनों में ईंधन के रूप में सीएनजी का उपयोग होगा है।
शहर में अतिरिक्त, 8000 घरों को पाइप्ड प्राकृतिक गैस (पीएनजी) कनेक्शन से जोड़ने का कार्य पूरा हो गया है जिन्हें मार्च, 2019 तक जोड़ दिया जाएगा। इस परियोजना में लगभग 1 लाख घरों को कवर किए जाने का अनुमान है। वाराणसी सीजीडी परियोजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री ने 24 अक्टूबर 2016 को किया गया था।
गेल के मुताबिक इस सीजीडी नेटवर्क में चार औद्योगिक क्षेत्र भी कवर किए जाएंगें और यह 150 उद्योगों एवं 500 वाणिज्यिक उद्यमों को सेवाएं दे सकता है। इससे 1000 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष एवं अन्य कई व्यक्तियों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने का अनुमान है।
वाराणसी सीजीडी परियोजना को ‘प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा’ के नाम से विख्यात जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामराध्बरौनी-गुवाहाटी पाइपलाइन परियोजना के साथ विकसित किया गया । कुल 3,291 किलोमीटर लंबी इस पाइपलाइन परियोजना को लगभग 13,000 करोड़ रुपए की लागत से तैया किया जा रहा है। यह परियोजना उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और असम की ऊर्जा आवश्यकता को पूरी करेगी, जिसमें 70 जिले और 3,150 गांव कवर किए जाएंगें। गेल द्वारा वाराणसी के अलावा पटना, जमशेदपुर, रांची, भुवनेश्वर और कटक में भी पाइपलाइन मार्ग में सीजीडी नेटवर्क विकसित किए जा रहे हैं।
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