पीएम मोदी का युवाओं को संदेश, कितनी भी डिग्रियां ले लें पर स्किल सीखना नहीं छोड़ें, जानिए यूथ को PM ने और क्या-क्या दिए टिप्स
By पल्लवी कुमारी | Published: July 15, 2020 11:41 AM2020-07-15T11:41:35+5:302020-07-15T12:08:47+5:30
विश्व युवा कौशल दिवस (World Youth Skills Day) मिशन की पांच साल पहले इस दिन (15 जुलाई) भारत में शुरूआत की गई थी। कौशल भारत केंद्र सरकार की एक पहल है जो युवाओं को कौशल के साथ सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई थी जो उन्हें अपने काम के माहौल में अधिक रोजगारपरक बनाती है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने विश्व युवा कौशल दिवस (World Youth Skills Day) पर वर्चुअल संबोधन में कहा कि कोरोना के इस संकट ने विश्व- संस्कृति के साथ ही काम की प्रकृति को भी बदलकर के रख दिया है और बदलती हुई नित्य नूतन प्रौद्योगिकी ने भी उस पर प्रभाव पैदा किया है। पीएम मोदी ने कहा, आज के दौर में बिजनेस और बाजार इतनी तेजी से बदलते हैं, कि समझ ही नहीं आता रेलिवेंट कैसे रहा जाए। कोरोना के इस समय में तो ये सवाल और भी अहम हो गया है।मैं इसका एक ही जवाब देता हूं,रेलिवेंट रहने का मंत्र है, स्किल, री-स्किल और अपस्किल है।
कोरोना पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, लोग स्वस्थ्य रहें, दो गज की दूरी बनाएं रखें, मास्क पहनें, थूकने की आदत छोड़ें। पीएम मोदी ने कहा, कितने भी पढ़-लिख जाएं, डिग्रियां ले लें लेकिन स्किल सीखना नहीं छोड़ना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा, स्किल के प्रति अगर आप में आकर्षण नहीं है, कुछ नया सीखने की ललक नहीं है तो जीवन ठहर जाता है। एक रुकावट सी महसूस होती है। एक प्रकार से वो व्यक्ति अपने व्यक्तित्व को, अपनी पर्सनालिटी को ही बोझ बना लेता है।
#WATCH LIVE - Prime Minister Narendra Modi's address on the occasion of World Youth Skills Day. The day marks the 5th anniversary of the launch of Skill India Mission. https://t.co/UjOA7oyDcg
— ANI (@ANI) July 15, 2020
दुनिया में अनेक सेक्टरों में लाखों स्किल्ड की जरूरत: पीएम नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी ने कहा, तेजी से बदलती हुई आज की दुनिया में अनेक सेक्टरों में लाखों स्किल्ड लोगों की जरूरत है। विशेषकर स्वास्थ्य सेवाओं में तो बहुत बड़ी संभावनाएं बन रही हैं। यही समझते हुए अब कौशल विकास मंत्रालय ने दुनिया भर में बन रहे इन अवसरों की मैपिंग शुरू की है।
युवाओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने एक अपना किस्सा सुनाया। पीएम मोदी ने कहा, कैसे एक एक कार मकेनिक ने छोटे से काम के 20 रुपये मांगे तो उन्होंने सवाल पूछा कि दो मिनट का बीस रुपये क्यों लिए? तो मकेनिक ने कहा कि 20 रुपये उन 2 मिनट के नहीं, बल्कि इतने सालों से काम का जो अनुभव लिया है उसके लिए हैं।
Some people always create confusion between knowledge & skill. I say to them that you can read in books & watch on internet how to ride a cycle, this is knowledge but it doesn't guarantee you will be able to ride a cycle. To actually ride a cycle, you need skill: PM Narendra Modi pic.twitter.com/aHdpjwzDkB
— ANI (@ANI) July 15, 2020
भारत में ज्ञान और स्किल, दोनों में जो अंतर है, उसे समझते हुए ही आज देश में काम हो रहा है: पीएम नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी ने कहा, स्किल आपके काम की ही नहीं, आपकी भी प्रतिभा को, प्रभाव को, प्रेरक बना देती है और साथियों यहां एक और चीज समझनी बहुत जरूरी है। कुछ लोग ज्ञान और स्किल को लेकर के हमेशा भ्रम में रहते हैं, या भ्रम पैदा करते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, आज (15 जुलाई) भारत में ज्ञान और स्किल, दोनों में जो अंतर है, उसे समझते हुए ही काम हो रहा है। आज से 5 साल पहले, आज के ही दिन स्किल इंडिया मिशन इसी सोच के साथ शुरू किया गया था।
पीएम मोदी ने विश्व युवा कौशल दिवस पर वर्चुअली युवाओं को संदेश देते हुए कोरोना पर भी बात की। पीएम मोदी ने कहा, कोरोना वायरस से लड़ने एक ही मंत्रा है, दो गज की दूरी। पीएम मोदी पिछले अपने सारे संबोधन में दो गज की दूरी का जिक्र करते हैं।