पीएम मोदी आज गुरदासपुर से फूंकेंगे लोकसभा चुनाव का बिगुल
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 3, 2019 06:40 AM2019-01-03T06:40:18+5:302019-01-03T06:40:18+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर अपनी रैलियों की शुरुआत पंजाब में गुरदासपुर से करेंगे. गुरदासपुर में 3 जनवरी को भाजपा की एक बड़ी रैली होगी. इस रैली के जरिये मोदी भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश भरने की कोशिश करेंगे. गुरदासपुर लोकसभा सीट पर भाजपा फिर से अपनी जीत का परचम फहराना चाहती है. गुरदासपुर सीट से भाजपा की टिकट पर फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना चुनाव जीतते रहे हैं.
उनके निधन की वजह से हुए उप चुनाव में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. हारी हुई सीट को फिर से भाजपा की झोली में डालने के मकसद से ही गुरदासपुर में प्रधानमंत्री मोदी की रैली तय की गई है. भाजपा की पंजाब इकाई के अध्यक्ष श्वेत मलिक ने रैली की कामयाबी के लिए बड़ी ताकत लगाई हुई है. रैली में सुरक्षा को लेकर पुलिस ने थ्रीलेयर बंदोबस्त किए हैं.
शहर के दस किलोमीटर तक के क्षेत्र को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. सुरक्षा को लेकर पंजाब आर्म्ड पुलिस के साढ़े तीन हजार जवानों को तैनात किया गया है. प्रधानमंत्री मोदी तय समय के अनुसार तीन जनवरी को सुबह दस बजे अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचेंगे. फिर जालंधर में लवली यूनिवर्सिटी जाएंगे.
इसके बाद गुरदासपुर पहुंच कर रैली को संबोधित करेंगे. इस दौरान गुरदासपुर के पूर्व सांसद स्व. विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना भी मंच पर मौजूद रहेंगी. पिछले कई दिनों से गुरदासपुर में डटी कविता खन्ना ने कहा है कि इस रैली के साथ ही लोकसभा का चुनावी बिगुल बज जाएगा.
आज भारतीय विज्ञान कांग्रेस का जालंधर में पीएम करेंगे उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के जालंधर में भारतीय विज्ञान कांग्रेस का गुरुवार को उद्घाटन करेंगे. इस वार्षिक समारोह में देश भर से आए शीर्ष वैज्ञानिक चर्चा करते हैं. एक बयान में कहा गया है कि भारतीय विज्ञान कांग्रेस का थीम 'भविष्य का भारत -विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी' है. इसका आयोजन लवली प्रोफेशनल विश्वविद्यालय की ओर से किया जा रहा है.
यह तीन से 7 जनवरी तक चलेगा. पांच दिन तक चलने वाले इस कांग्रेस में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से जुड़े 100 से अधिक सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे, जहां डीआरडीओ, इसरो, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, एम्स, यूजीसी, एआईसीटीई के अधिकारी हिस्सा लेंगे. इसमें ब्रिटेन, अमेरिका और भारत के कई प्रमुख विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. केंद्रीय मंत्री हर्षवर्द्धन एवं स्मृति ईरानी भी इसमें हिस्सा लेंगे.