"पीएम मोदी जवाब दें, वो हिंदू धर्म की परंपराओं का पालन क्यों नहीं करते हैं", तेजस्वी यादव ने लालू के दिये 'मोदी सच्चे हिंदू नही हैं' वाले बयान का बचाव करते हुए कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 6, 2024 03:08 PM2024-03-06T15:08:43+5:302024-03-06T15:25:12+5:30
तेजस्वी यादव ने पिता लालू प्रसाद यादव की "पीएम के परिवार" वाली टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि भाजपा देश के असली मुद्दों को भटकाने का प्रयास कर रही है।
पटना: राजद नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव ने मंगलवार को अपने पिता लालू प्रसाद यादव की "पीएम के परिवार" वाली टिप्पणी का बचाव करते हुए दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए की पराजय होगी और विपक्षी दल को नतीजे सबको आश्चर्यचकित कर देंगे।
समाचार वेबसाइट टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार तेजस्वी यादव ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वो लालू यादव द्वारा दिये "मोदी का परिवार" वाले बयान को लेकर जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटकाना चाहती है।
तेजस्वी यादव ने कहा, “मुझे खुशी है कि लालूजी की बातों का इतना असर है। उन्होंने रैली में गरीबी और बेरोजगारी का मुद्दा भी उठाया था। देश में 80 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं। करोड़ों युवा बेरोजगार हैं और 120 करोड़ लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं। भाजपा इन मुद्दों पर ध्यान दे।”
तेजस्वी ने लालू द्वारा कहे ''मोदी सच्चे हिंदू नहीं हैं" वाली टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कहा, ''हम एक कट्टर हिंदू परिवार हैं और हमारे घर में एक मंदिर है, जहां हर सुबह और शाम में आरती की जाती है। मैंने अपनी बेटी का मुंडन संस्कार करवाया। अब पीएम मोदी को जवाब देना है कि वो हिंदू धर्म में स्थापित परंपराओं का पालन क्यों नहीं करते हैं।"
मालूम हो कि विपक्ष गठबंधन इंडिया ने पटना में रविवार को जनविश्वास महारैली ती थी। इस रैली में उमड़ी भीड़ से उत्साहित तेजस्वी ने कहा, "रैली में भीड़ का उत्साह देखने लायक था। हमें उम्मीद है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के ऐसा करने से पहले महागठबंधन के साथी राज्य में सीट-बंटवारे के समझौते पर मुहर लगा देंगे।"
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि विपक्षी रैली की सफलता ने साबित कर दिया है कि राज्य में इंडिया गुट मजबूत हो रहा है। एनडीए नेताओं के इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर कि लोगों को रैली में शामिल होने के लिए पैसे दिए गए थे, तेजस्वी ने कहा, "जवाब पाने के लिए रैली में शामिल हुए लोगों के घर पर सीबीआई, ईडी और आईटी अधिकारियों को भेजा जा सकता है।"
उन्होंने राज्य में नवगठित एनडीए सरकार पर कोई विकास कार्य नहीं करने का आरोप लगाया। राजद नेता ने कहा, “राज्य में 17 महीने के महागठबंधन शासन के दौरान नियुक्ति पत्र वितरित किए गए और आईटी, खेल और पर्यटन नीतियां बनाई गईं। संविदा शिक्षकों को राज्य शासकीय कर्मचारी का दर्जा दिया गया। वहीं वर्तमान एनडीए सरकार केवल समाज में नफरत फैलाने का काम कर रही है।”