प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में संस्कृत में कहा, 'वयं राष्ट्रे जागृयाम', जानें इसका अर्थ
By निखिल वर्मा | Published: April 14, 2020 11:20 AM2020-04-14T11:20:44+5:302020-04-14T11:21:48+5:30
PM Modi lockdown speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पूरी निष्ठा के साथ 3 मई तक लॉकडाउन के नियमों का पालन करें, जहां हैं, वहां रहें, सुरक्षित रहें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का फैसला किया है। पीएम मोदी ने कहा कि कोविड-19 महामारी को परास्त करने के लिए यह जरूरी है। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू 21 दिन के लॉकडाउन का वर्तमान चरण आज (14अप्रैल) समाप्त हो रहा है। राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने वयं राष्ट्रे जागृयाम का आह्वान किया। इसका अर्थ यह है कि हम सभी राष्ट्र को जीवंत और जागृत बनाए रखेंगे।
पीएम मोदी ने इन 7 बातों का ध्यान रखने के लिए कहा
-अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें, विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें अतिरिक्त सेवा करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है:
-लॉकडाउन और सामाजिक की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें, घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें
-अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी, काढ़ा, इनका निरंतर सेवन करें
-कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप जरूर डाउनलोड करें, दूसरों को भी इस एप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें
-जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें, उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें
-आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें, किसी को नौकरी से न निकालें
-देश के कोरोना योद्धाओं, हमारे डॉक्टर- नर्सेस, सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें
लॉकडाउन में होगी और कड़ाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी। 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को परखा जाएगा कि वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है, उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो क्षेत्र इस अग्नि परीक्षा में सफल होंगे, जो हॉटस्पाट में नहीं होंगे, और जिनके हॉटस्पाट में बदलने की आशंका भी कम होगी, वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है। इसके बारे में विस्तृत सूचना 15 अप्रैल को केंद्र सरकार जारी करेगी।