नौकरशाहों को राजनेताओं द्वारा करदाताओं के पैसे के उपयोग की जांच करनी चाहिए, बोले पीएम मोदी- 3 लाख करोड़ गलत हाथों में जाने से बचे हैं...
By अनिल शर्मा | Published: April 22, 2023 08:18 AM2023-04-22T08:18:18+5:302023-04-22T08:31:25+5:30
पीएम मोदी ने कहा कि पहले के ही प्रणाली की देन थी कि देश में 4 करोड़ से अधिक फर्जी गैस कनेक्शन थे, 4 करोड़ फर्जी राशन कार्ड थे, 1 करोड़ काल्पनिक महिलाओं और बच्चों को महिला और बाल विकास मंत्रालय की सहायता जा रही थी...
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में 16वें सिविल सेवा दिवस के समापन सत्र में कहा कि नौकरशाहों को यह विश्लेषण करना होगा कि कोई राजनीतिक दल करदाताओं के पैसे का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए कर रहा है या राष्ट्र की प्रगति के लिए। उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्षों के दौरान भारत से वैश्विक समुदाय अभूतपूर्व रूप से बढ़ा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में, देश के गरीब से गरीब व्यक्ति को भी सुशासन का विश्वास मिला है, तो इसमें आपकी मेहनत भी रही है। पिछले नौ वर्षों में भारत के विकास को यदि नई गति मिली है तो वह भी आपकी सक्रिय भागीदारी के बिना संभव नहीं था। कोविड संकट के बावजूद, आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
उन्होंने नौकरशाहों से कहा कि आज देश और आप सभी के प्रयासों से सिस्टम बदला है और देश के करीब करीब 3 लाख करोड़ रुपये गलत हाथों में जाने से बचे हैं...आप सभी इसके लिए अभिनन्दन के अधिकारी हैं। आज ये पैसे गरीबों के काम आ रहे हैं, उनके जीवन को आसान बना रहे हैं। आज चुनौती ये नहीं है कि आप कितने कुशल हैं, चुनौती ये तय करने में है कि जहां जो कमी है वो कैसे दूर होगी।
नौकरशाहों की भागीदारी की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को आजादी के अमृतकाल तक लाने के लिए उन अधिकरियों की बड़ी भूमिका रही जो 15-25 साल पहले इस सेवा में आए हैं और अब आजादी के इस अमृतकाल में उन युवा अधिकारियों की भूमिका सबसे बड़ी है जो अगले 15-25 साल इस सेवा में रहने वाले हैं।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि पहले यह सोच थी कि सरकार सब कुछ करेगी लेकिन अब सोच यह है कि सरकार सबके लिए करेगी। अब सरकार सबके लिए काम करने की भावना के साथ समय और संसाधन का कुशलता उपयोग कर रही है। आज की सरकार का ध्येय है राष्ट्र पहले, नागरिक पहले और आज की सरकार की प्राथमिकता है- वंचितों को वरीयता।
पीएम मोदी ने कहा कि पहले के ही प्रणाली की देन थी कि देश में 4 करोड़ से अधिक फर्जी गैस कनेक्शन थे, 4 करोड़ फर्जी राशन कार्ड थे, 1 करोड़ काल्पनिक महिलाओं और बच्चों को महिला और बाल विकास मंत्रालय की सहायता जा रही थी, अल्पसंख्यक मंत्रालय करीब 30 लाख फर्जी युवाओं को छात्रवृत्ति का लाभ दे रहा था।
मोदी ने कहा, "आज की चुनौती दक्षता के बारे में नहीं है, बल्कि यह पता लगाने की है कि कमियों को कैसे खोजा जाए और कैसे दूर किया जाए।" उन्होंने उस समय को याद किया जब कमी की आड़ में छोटे-छोटे पहलुओं को नियंत्रित किया जाता था। आज उन्होंने जारी रखा, उसी कमी को दक्षता में बदलकर व्यवस्था की बाधाओं को दूर किया जा रहा है। पीएम ने कहा, "पहले सोच थी कि सरकार सब कुछ करेगी, अब सोच है कि सरकार सबके लिए काम करेगी।"