कोविड समीक्षा बैठक में पीएम मोदी ने दिया राज्यों को मंत्र, कोरोना के खिलाफ रणनीति बनाते समय रखें इन बातों का ध्यान
By रुस्तम राणा | Updated: January 13, 2022 18:29 IST2022-01-13T18:26:28+5:302022-01-13T18:29:44+5:30
उन्होंने राज्यों से कहा, सामान्य लोगों की आजीविका, आर्थिक गतिविधियों को कम से कम नुकसान हो, अर्थव्यवस्था की गति बनी रहे, कोई भी रणनीति बनाते समय इसका ध्यान रखना बहुत आवश्यक है। इसलिए लोकल कन्टेनमेंट पर ज्यादा फोकस करना बेहतर होगा।

कोविड समीक्षा बैठक में पीएम मोदी ने दिया राज्यों को मंत्र, कोरोना के खिलाफ रणनीति बनाते समय रखें इन बातों का ध्यान
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड -19 के मामलों को लेकर देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की। वर्चुअल माध्यम से की गई इस बैठक में पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से राज्यों के हालातों का जायजा लिया और घातक वायरस के फैलने को रोकने के लिए कदमों पर चर्चा की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, 100 साल की सबसे बड़ी महामारी से भारत की लड़ाई अब तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। परिश्रम हमारा एकमात्र पथ है और विजय एकमात्र विकल्प। हम 130 करोड़ भारत के लोग, अपने प्रयासों से कोरोना से जीतकर अवश्य निकलेंगे।
उन्होंने कहा, ऑमिक्रोन को लेकर पहले जो संशय की स्थिति थी, वो अब धीरे-धीरे साफ हो रही है। पहले जो वैरिएंट थे, उनकी अपेक्षा में कई गुना अधिक तेज़ी से ऑमिक्रोन वैरिएंट सामान्य जन को संक्रमित कर रहा है। हमें सतर्क रहना है, सावधान रहना है लेकिन पैनिक की स्थिति ना आए, इसका भी ध्यान रखना है। हमें ये देखना होगा कि त्योहारों के इस मौसम में लोगों की और प्रशासन की एलर्टनेस कहीं से भी कम नहीं पड़े।
उन्होंने कहा, पहले केंद्र और राज्य सरकारों ने जिस तरह प्री-एम्टिव, प्रो-एक्टिव और कलेक्टिव अप्रोच, अपनाई है, वही इस समय भी जीत का मंत्र है। कोरोना संक्रमण को हम जितना सीमित रख पाएंगे, परेशानी उतनी ही कम होंगी। भारत में बनी वैक्सीन्स तो दुनिया भर में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर रही हैं। ये हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है कि आज भारत, लगभग 92 प्रतिशत वयस्क जनसंख्या को पहली डोज़ दे चुका है। देश में दूसरी डोज की कवरेज भी 70 प्रतिशत के आसपास पहुंच चुकी है।
प्रधानमंत्री ने कहा, 10 दिन के भीतर ही भारत अपने लगभग 3 करोड़ किशोरों का भी टीकाकरण कर चुका है। ये भारत के सामर्थ्य को दिखाता है, इस चुनौती से निपटने की हमारी तैयारी को दिखाता है। फ्रंटलाइन वर्कर और सीनियर सिटिजन्स को प्रीकॉशन डोज जितनी जल्दी लगेगी, उतना ही हमारे हेल्थकेयर सिस्टम का सामर्थ्य बढ़ेगा। शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए हर घर दस्तक अभियान को हमें और तेज़ करना है।
उन्होंने राज्यों से कहा, सामान्य लोगों की आजीविका, आर्थिक गतिविधियों को कम से कम नुकसान हो, अर्थव्यवस्था की गति बनी रहे, कोई भी रणनीति बनाते समय इसका ध्यान रखना बहुत आवश्यक है। इसलिए लोकल कन्टेनमेंट पर ज्यादा फोकस करना बेहतर होगा।
कोविड को लेकर हो रही समीक्षा बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा के अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देव, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा सहित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया है।