सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस की छात्र इकाई और वाममोर्चा के कार्यकर्ताओं ने शनिवार से शुरु होने वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दो दिवसीय यात्रा से पहले पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) के खिलाफ अलग-अलग विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिए हैं।
तृणमूल कांग्रेस की छात्र इकाई टीएमसीपी ने कोलकाता में रानी रासमणि मार्ग पर सीएए, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के खिलाफ अपना ‘धरना’ शुरू किया। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को एक घंटे के लिए टीएमसीपी प्रदर्शनकारियों से मिलने वाली हैं।
बनर्जी का शाम को प्रधानमंत्री से भी मिलने का कार्यक्रम है। वाममोर्चा के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले के विभिन्न हिस्सों में नए नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री का दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब पश्चिम बंगाल में नए नागरिकता कानून को लेकर व्यापक स्तर पर विरोध-प्रदर्शन जारी हैं। हवाईअड्डे से सिर्फ 1.5 किलोमीटर दूर डम डम क्षेत्र में वाममोर्चा के कार्यकर्ताओं ने ‘मोदी वापस जाओ’ लिखी हुई तख्तियां लेकर रैली निकाली।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा,“जब तक इस कानून को वापस नहीं लिया जाता तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हम नहीं चाहते कि नरेंद्र मोदी कोलकाता आएं क्योंकि उनके आने से हमारे शहर का माहौल बिगड़ जाएगा।’’ अपनी यात्रा के दौरान मोदी कोलकाता बंदरगाह ट्रस्ट के समारोह में भाग लेंगे और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी के साथ बैठक करेंगे। तय कार्यक्रमों में भाग लेने के अलावा प्रधानमंत्री शनिवार की शाम राजभवन में ममता बनर्जी के साथ एक बैठक करेंगे।
युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता कोलकाता हवाई अड्डे के बाहर एकत्र हुए और मोदी के खिलाफ नारेबाजी की तथा मांग की कि उन्हें शहर में उतरने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। एसएफआई के कार्यकर्ता यादवपुर विश्वविद्यालय, गोलपार्क, कॉलेज स्ट्रीट, हातीबगान और एस्प्लेनेड के पास हाथों में पोस्टर लेकर जमा हुए जिन पर ‘फासीवाद के खिलाफ छात्र’ जैसे नारे लिखे हुए थे।
एसएफआई नेता देबराज देबनाथ ने कहा, “हम प्रधानमंत्री के दौरे का विरोध करते हैं जो भेदभाव से भरे संशोधित नागरिकता कानून, राष्ट्रीय नागरिक पंजी और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भगवा ताकतों द्वारा किए गए हमले के पीछे हैं।” उन्होंने कहा, “हम मोदी, अमित शाह और अन्य भाजपा नेताओं के दौरे के खिलाफ हैं जो बंगाल के लोगों को विभाजित कर रहे हैं।”